देहरादून:
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पिथौरागढ़ जिले की डीडीहाट और चंपावत सीट से उप चुनाव लड़ सकते हैं। भाजपा के वरिष्ठ नेता , उत्तराखंड की ये विधानसभा सीटें उनके लिए चुनाव लड़ने के लिए सरल मानकर चल रहे हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के कपकोट और लालकुआं सीट से भी उनके चुनाव लड़ने की संभावना बन रही है।
उत्तराखंड 2022 चुनाव में खटीमा से हार के बाद पुष्कर सिंह धामी को मुख्यमंत्री बनाने के लिए भाजपा के पांच नवनिर्वाचित विधायकों ने अपनी विधानसभा सीट छोड़ने का ऑफर किया था। जिसमें भाजपा से चम्पावत विधायक कैलाश गहतोड़ी, लालकुआं विधायक डॉ. मोहन सिंह बिष्ट, जागेश्वर विधायक मोहन सिंह महरा, रुड़की के विधायक प्रदीप बत्रा और कपकोट से सुरेश गड़िया ने अपनी अपनी विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने की पेशकश की है। भाजपा विधायकों के अलावा खानपुर के निर्दलीय विधायक उमेश कुमार ने भी धामी के लिए सशर्त अपनी सीट छोड़ने का ऐलान किया था।
डीडीहाट,धामी के लिए सबसे मुफीद सीट मानी जा रही है। यह उनके पैतृक गांव वाली सीट है और यहां भाजपा लगातार जीतते आयी है। चंपावत खटीमा से लगी सीट है। इस लिहाज से यह सीट भी उनके लिए सुरक्षित मानी जा रही है। चंपावत से भाजपा विधायक कैलाश गहतोड़ी धामी के लिए सीट छोड़ने की पेशकश कर चुके हैं। बागेश्वर की कपकोट सीट से जीते सुरेश गड़िया भी सीट छोड़ने की बात कह चुके हैं। कपकोट पुष्कर धामी के राजनीतिक गुरु भगत सिंह कोश्यारी भी परंपरागत सीट रही है। रुड़की से भाजपा विधायक प्रदीप बत्रा ने कहा कि यह रुड़की और हम सब का सौभाग्य होगा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी इस सीट से चुनाव लड़ें। खानपुर से निर्दलीय विधायक उमेश शर्मा से जब इस संपर्क किया गया, तो उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया।
राज्यसभा चुनाव से निकल सकती है सेफ सीट
राज्य सभा के लिए उत्तराखंड कोटे की एक सीट इसी साल जुलाई में खाली हो रही है। भाजपा किसी विधायक को राज्य सभा भेजकर मुख्यमंत्री के उप चुनाव के लिए सीट का इंतजाम कर सकती है। चर्चाओं के मुताबिक, कुमाऊं की रामनगर, कालाढूंगी या फिर डीडीहाट ऐसी सीटें हो सकती है।
डीडीहाट के विधायक बिशन सिंह चुफाल, मुख्यमंत्री के गृहक्षेत्र से आते हैं। यदि चुफाल को राज्यसभा भेजा जाता है तो सियासी लिहाज से धामी के लिए यह सबसे मुफीद सीट हो सकती है। रामनगर के विधायक दीवान सिंह बिष्ट और कालाढूंगी के विधायक बंशीधर भगत को भी राज्यसभा भेजकर धामी के उप चुनाव के लिए सीट का इंतजाम हो सकता है। यह भी माना जा रहा है कि, जिस भी विधायक को राज्यसभा भेजा जाएगा, उसे केंद्र सरकार में बड़ी जिम्मेदारी भी मिल सकती है। हालांकि, भाजपा के कई विधायक धामी के लिए सीट खाली करने का ऐलान कर चुके हैं। लेकिन खटीमा से हुई धामी की हार के बाद पार्टी कोई जोखिम नहीं लेना चाहती है।
कांग्रेस की सीट खाली कराएंगे!
पुष्कर सिंह धामी के लिए चुनाव का रास्ता साफ करने के लिए कई भाजपा विधायक अपनी सीट से इस्तीफा देने को तैयार हैं। एक विकल्प यह भी माना जा रहा है कि किसी कांग्रेस विधायक से सीट खाली करवाकर धामी लोगों को चौंका सकते हैं। सूत्र कहते हैं कि इस दिशा में भी प्रयास किए जाने की चर्चा है।