प्रत्याशियों की सूची आने के बाद अनुशासित कही जाने वाली भाजपा पार्टी में बगावत के स्वर

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देहरादून:

उत्तराखंड में बीजेपी ने लंबे इंतजार के बाद आज (गुरुवार) आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर 59 प्रत्याशियों की पहली सूची जारी कर दी है। जिससे जहां एक ओर कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर है तो वहीं टिकट न मिलने से नाराज़ नेताओं से बगावत शुरू कर दी है। और निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है।

पूर्व दर्जाधारी जगवीर सिह भंडारी ने भाजपा के प्रत्याशी के खिलाफ चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है। जहां एक ओर मगन सिंह बिष्ट ने भी तीखी प्रतिक्रिया जताई तो वहीं कर्णप्रयाग विधानसभा से टिकट न मिलने पर भाजपा के वरिष्ठ नेता टीका प्रसाद मैखुरी ने पार्टी के विरोध में चुनाव लड़ने का एलान किया है। वहीं प्रदेश मंत्री बलवीर घुनियाल ने भी नाराज़गी जताते हुए गम्भीर आरोप लगाए हैं। जहां पहली लिस्ट से बीजेपी में बगावत के स्वर बुलन्द हो गए हैं तो वहीं अब सबकी निगाहें दूसरी लिस्ट पर टिक गई है।वहीं देवप्रयाग विधानसभा सीट पर भी सीटिंग विधायक विनोद कंडारी का नाम भाजपा प्रत्याशी के तौर पर घोषित होने पर टिकट के दौड़ में आगे माने जा रहे पूर्व प्रमुख मगन सिंह बिष्ट ने तीखी प्रतिक्रिया जताई। बिष्ट ने कहा कि टिकट बंटवारे में धन-बल का आरोप लगाते हुए कहा कि वह जन आकांक्षाओं के अनुरूप विधान सभा चुनाव में खड़े होंगे व इसका जबाब देंगे।

पूर्व प्रमुख ने कहा कि पैनल में सबसे ऊपर उनका नाम था, बावजूद इसके पार्टी के कुछ प्रमुख पदाधिकारियों द्वारा सीटिंग विधायक को तरजीह दी गई। टिकट कटने से नाराज पूर्व प्रमुख बिष्ट सीटिंग विधायक पर जमकर बरसे। उन्होंने कहा कि अपने चहेतों व रिश्तेदारों को लाभ पहुंचाने के लिए विधायक ने सभी सीमाएं पार कर दी हैं। उन्होंने कहा कि देवप्रयाग सीट पर टिकट की सौदेबाजी हुई है। क्षेत्रीय जनता क्षेत्रीय व्यक्ति का साथ देकर उनको विजय बनाएगी।

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