Big Breaking : कांग्रेस में प्रत्याशियों के चयन पर घमासान को देखते हुए ,कांग्रेस में कई प्रत्याशियों पर दुबारा मंथन शुरू हो गया है

Slider उत्तराखंड

देहरादून:

उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 के कांग्रेस से चिन्हित प्रत्याशियों के खिलाफ ज्यादातर सीट्स में कांग्रेस कार्यकर्ताओं के फूटे गुस्से को देखते हुए कांग्रेस हाईकमान ने कांग्रेस की जारी दूसरी सूची के 11 उम्मीदवारों पर फिर से विचार किया जा रहा है । पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत व हरक सिंह रावत की पुत्रवधू अनुकृति गुंसाई समेत सभी 11 उम्मीदवारों को कांग्रेस सिंबल पर रोक दिया है। कांग्रेस में कार्यकर्ताओं के बाग़ी तेवर को देखते हुए पार्टी हाईकमान ने यह फैसला लिया है।

वही कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष रणजीत रावत के बाग़ी स्वर बुलंद होने के बाद भी पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने रामनगर की जनता से आग्रह किया है कि वह 27 जनवरी 28 जनवरी को नामांकन करने जा रहे हैं। इससे माना जा रहा है कि चुनाव अभियान समिति का अध्यक्ष होने की वजह से उनके टिकट के साथ कोई छेड़छाड़ नहीं होने जा रही है। कांग्रेस सूत्रों की मानें तो पार्टी कुछ उम्मीदवारों पर पुनर्विचार कर विधानसभा सीटों में कुछ बदलवा कर सकती है। हाईकमान ने पांच सीटों पर दोबारा से नाम मांगे हैं।

सूत्रों ने इसकी पुष्टि। उन्होंने बताया कि गढ़वाल और कुमाऊं मंडल में सिंबल लेकर भेजे गए प्रदेश पदाधिकारियों को शाम इसके निर्देश दे दिए गए। इन सीटों में कुछ पर नए सिरे से प्रत्याशी तय किए जाएंगे। बीते रोज कांग्रेस ने 17 रोकी गई सीटों में 11 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा की थी। इस लिस्ट के सामने आने के बाद से ही विरोध शुरू हो गया था। कई सीटों पर बगावत की नौबत बन गई है। विरोध बढ़ने पर हाईकमान ने प्रदेश नेतृत्व को तत्काल ही दूसरी लिस्ट पर एक्शन न लेने के निर्देश दे दिए गए हैं।

इन प्रत्याशियों का हो रहा है विरोध
सीट उम्मीदवार
डोईवाला – मोहित उनियाल शर्मा
कैंट सीट – सूर्यकांत धस्माना
ऋषिकेश- जयेंद्र रमोला
ज्वालापुर – बरखा रानी
झबरेड़ा – वीरेंद्र जाती
खानपुर – सुभाष चौधरी
लक्सर – डा.अंतरिक्ष सैनी
रामनगर – हरीश रावत
लालकुआं – संध्या डालाकोटी
कालाढूंगी – डॉ.महेंद्र पाल
लैंसडौन – अनुकृति गुसाईं

वर्ष 2016 में सरकार बचाने वालों का टिकट भी काटा
दूसरी लिस्ट में उन लोगों के टिकट भी कट दिए गए हैं, जिन्होंने वर्ष 2016 में कांग्रेस की सरकार को बचाने में जान लगा दी थी। पूर्व विधायक रणजीत सिंह रावत का टिकट काटकर वहां पूर्व सीएम हरीश रावत को टिकट दिया गया है। दूसरी ओर पीडीएफ कोटे से सरकार के सहयोगी रहे हरीश चंद्र दुर्गापाल का टिकट भी काट दिया गया। हाईकमान के फैसले से आहत रणजीत और दुर्गापाल निर्दलीय के रूप में ताल ठोकने का मन बना रहे हैं।

कमजोर प्रत्याशियों को बांटे गए टिकट
हालांकि कांग्रेस की पहली लिस्ट पर कुछ विरेाध हुआ था, लेकिन दूसरी लिस्ट में जिन नेताओं को टिकट दिया गया था, उनमें काफी बेहद कमजोर बताए जा रहे हैं। लैंसडौन, ऋषिकेश, डोईवाला, लक्सर, कैंट, खानपुर समेत कुछ सीटों से उम्मीदवारों के खिलाफ मोर्च खुल गए हैं। लैंसडौन के कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आज राजीव भवन में विरोध प्रदर्शन किया। जबकि डोईवाला, ऋषिकेश के स्थानीय नेताओं ने भी पूर्व सीएम हरीश रावत से काफी नाराजगी जाहिर की। रावत ने बामुश्किल नाराज नेताओं को शांत किया।
पांच के टिकट बदले जा सकते हैं
दूसरी लिस्ट के 11 उम्मीदवारों में पांच के टिकट कटना तय माना जा रहा है। सूत्रों के अनुसार हाईकमान ने राज्य के नेताओं ने विवाद वाली सीटों पर दोबारा से नाम मांगे हैं। उम्मीद की जा रही है 27 तक कांग्रेस नई संशोधित लिस्ट जारी कर सकती है

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *