चार धाम यात्रा को शुरू हुए अभी एक महा भी नहीं बीता है। जहां एक तरफ सरकार की अव्यवस्थाओं को लेकर यात्री नाराज हैं। तो वहीं यात्रियों से चारों धामों में होटल रेस्टोरेंट व ढाबों में पक्का बिल ना देखकर मनमाना पैसा वसूल किया जा रहा है। रेस्टोरेंट में खाना कहने के टोटल बिल पर पक्का बिल देने पर 5% प्रतिशत GST लगता है। परंतु यात्रा मार्गो पर ज्यादा तर रेस्टोरेंट वाले पक्का बिल देने आए परहेज करते हैं।
कुछ समय से यात्रा के दौरान चारधाम यात्रा मार्गों से कई शिकायतें मिली थी कि यात्रियों से खाने के अधिक पैसे वसूले जा रहे है। जिसके बाद भले ही सरकार ने छापे मारी करि हो परन्तु किसी ने पक्के बिल पर ध्यान नहीं दिया है । जिस कारण प्रदेश सरकार को काफ़ी राजस्व की हानी पहुंच रही है।
बात करे हम सरकार के गढ़वाल मंडल विकास निगम की तो केवल एक मात्र यही GMVN के होटलों में पक्का बिल मिलता है।