देहरादून:
अंकिता भंडारी हत्याकांड में एक बड़ी खबर सामने आ रही है। एस.आई.टी ने इस मामले में पटवारी वैभव प्रताप कि भूमिका संदिग्ध मिलने पर उसे गिरफ्तार कर लिया है। बता दें कि लगातार यह माँग जनता की ओर से भी उठ रही थी कि हत्याकांड में पटवारी की भूमिका की जांच की जाए। मुख्यमंत्री ने इस हत्याकांड की जांच के लिए ips पी.रेणुका देवी की अगवाई में SIT टीम बनाई है, जो कड़ी दर कड़ी जोड़कर जांच कर रही है।अब इस मामले मे पटवारी की गिरफ्तारी की खबर है। उसे पहले ही ससपेंड किया जा चुका है। सूत्रों का कहना है कि जल्द कुछ और बड़ी गिरफ्तारियां हो सकती है।
सूत्रों के अनुसार यमकेश्वर तहसील के उदयपुर पल्ला-2 पट्टी के राजस्व उपनिरीक्षक वैभव कुमार को देर रात एसआईटी ने गिरफ्तार किया है। वैभव कुमार से दिनभर हिरासत में लेकर पूछताछ चल रही थी। वैभव को इस केस में संदिग्ध भूमिका के आरोप में अरेस्ट किया गया है। वैभव पर आरोप है कि उसकी मुख्य आरोपियों से नजदीकियां रही हैं। वह पुलकित आर्य के रिजोर्ट में आया जाया करता था, सबकुछ पता होने के बावजूद उसने रिजोर्ट की गैरकानूनी गतिविधियों पर आंखे मूंद रखी थी। अंकिता केस में भी उसे सबकुछ पता था, बावजूद इसके वह अंकिता के पिता की रिपोर्ट लिखने से कतराता रहा और 20 सितंबर को छुट्टी पर चला गया। पटवारी वैभव कुमार इस मामले में कई राज खोल सकता है जो केस के लिए अहम साबित होंगे।
वही ऋषिकेश व पौड़ी के लक्ष्मण झूला पुलिस थाना क्षेत्र में एस.आई.टी की टीम को अंकिता हत्याकांड में सर्च अभियान के दौरान चीला नहर के पास एक मोबाइल भी बरामद हुआ है। जिसे जांच के लिए फरेंसिक लैब में भेजा दिया गया है। अभी तक जांच कर रही एसआईटी को अंकिता का मोबाइल नहीं मिला है। अगर यह मोबाइल अंकिता का हुआ तो एसआईटी को कई अहम सुराग मिल सकते हैं।