उत्तराखंड विधानसभा का सत्र बुधवार अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया विपक्ष मुह देखता रह गया

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उत्तराखंड विधानसभा का सत्र बुधवार शाम अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया है। बता दें कि विधानसभा की शीतकालीन सत्र की कार्यवाही केवल दो दिन ही चली। सत्र 5 दिसंबर तक चलाने का निर्णय लिया था। लेकिन सत्र को दूसरे दिन ही स्थागित कर दिया गया। जिसपर विपक्ष ने सरकार पर सवाल उठाए है।

मिली जानकारी के अनुसार दो दिन चले इस सत्र में अनुपूरक बजट पास करने के साथ ही कई विधेयक पेश किए गए। जिसमें दो अहम कानून बनाए गए है। सरकार ने आज महिला आरक्षण विधेयक व धर्मांतरण कानून पास कर दिया है।  जिसे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बड़ी उपलब्धि बताया है।

वहीं अनिश्चितकालीन समय के लिए सदन स्थगन के बाद मीडिया से रूबरू हुए नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य कहा कि कार्यमंत्रणा समिति की बैठक में एजेंडा 29 नवम्बर से 5 दिसम्बर तक के लिए तय किया गया था। सत्र का दो दिन में ही अनिश्चितकालीन समय के लिए स्थगित करना दुर्भाग्यपूर्ण है ये संसदीय परम्पराओं के अनुकूल भी नही है।

उन्होंने कहा कि सदन एक ऐसा मंच है जहां हम अपनी बात को कह सकते हैं।माननीय मंत्रीगणों का कोई भी होमवर्क नही था। सरकार के 9 माह के घोटाले पर बातचीत में सरकार विफल रही। विधानसभा भर्ती प्रकरण पर सदन में चर्चा नहीं हो सकती ये निर्देश पीठ ने दिए जबकि ऐसा कोई नियम नहीं था।

वहीं महिला आरक्षण पर नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने थपथपाई सरकार की पीठ कहा देर आये दुरुस्त आये। कांग्रेस के दबाव के बाद ही राज्य सरकार महिला आरक्षण विधेयक पर मुहर लगा पाई।