मणिपुर के थौबल जिले में भारतीय सेना के एक जूनियर कमीशंड अधिकारी का अपहरण का मामला सामने आया है। इस घटना में जिस सेना अधिकारी को अपहरित किया गया है, उनके आवास से में कुछ नकाब पोश आये और उन्हें अपहरण कर लगाए है। यह घटना मणिपुर के थौबल जिले के इम्फाल इस्ट पुलिस थाने क्षेत्र में हुई है। वहां के पुलिस अधिकारियों समेत सेना ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने अब तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया है और की जांच जारी है।
अपहरण किये गए सैन्य अधिकारी चारंगपत ममांग लेइकाई के कोनसम खेड़ा सिंह है जो भारतीय सैन्य अधिकारी जूनियर कमीशंड ऑफिसर (JCO) हैं और जब उनका अपरहण हुआ तब वे अपने घर छुट्टी पर आये हुए थे।
अपहरण की ये घटना आज शुक्रवार तकरीबन सुबह 9 बजे की बताई जा रही है। इस अपरहण की पुष्टि करते हुए कोहिमा में भारतीय सेना के जन संपर्क अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल अमित शुक्ला ने बताया कि, “अपरहण किये गए सैन्य अधिकारी की छानबीन व बचाव के लिए सभी इलाको में सर्च ऑपरेशन चलाया गया है।” अज्ञात लोगों द्वारा अपरहण किये गए जेसीओ की पहचान कोंसम खेड़ा सिंह के रूप में की गई है व वे घाटी जिले थौबल के निवासी है ।
सैन्य अधिकारी के घरवालों मिल रही थीं धमकियां :
वही सैन्य अधिकारी के घरवालों को पहले से ही मिल रही थी धमकियां । सैन्य अधिकारी जेसीओ की पहचान चरंगपत ममांग लेईकाई निवासी कोंसम खेड़ा सिंह के रूप में हुई है। कोंसम खेड़ा सिंह शुक्रवार को छुट्टी पर थे। कुछ लोग सुबह नौ बजे उनके घर में घुस गए और उन्हें एक वाहन में ले गए। वहीं सैन्य अधिकारियों ने बताया कि अपहरण क्यों किया गया है, इसकी वजह का पता नहीं लग पाया है। लेकिन पहली दृष्टि में यह घटना रुपये की मांग को लेकर लग रही है। भारतीय सैन्य अधिकारी के परिजनों को पहले पैंसे की मांग को लेकर इस तरह की धमकियां मिलती रही हैं।
जांच एजेंसियों ने तलाशी अभियान शुरू किया
सूचना मिलते ही सभी सुरक्षा एजेंसियों ने सैन्य अधिकारी जेसीओ को बचाने के लिए साझा ऑपरेशन शुरू किया है। मणिपुर राष्ट्रीय राजमार्ग-102 पर आते जाते सभी गाड़ियों की तलाशी की जा रही है। अपहरण के कारणों का पता नहीं चल पाया है बस सन्देह है की पैंसों की मांग को लेकर ये अपरहण किया गया है। मणिपुर में दंगे शुरू होने के बाद से यह अपरहण की चौथी घटना है। जब छुट्टी पर आए या ड्यूटी पर तैनात सैनिकों या उनके परिजनों को बदमाशों द्वारा अपरहण कर निशाना बनाया है।