देहरादून:
भाजपा की केदारनाथ से विधायक शैलारानी रावत का निधन मंगलवार देर रात को हो गया है। शैलारानी रावत 68 वर्ष की थी । लंबे समय से वे बीमारी के चलते देहरादून के मैक्स हॉस्पिटल में भर्ती थी।
शैलारानी के भाई का कहना है कि 2017 के विधानसभा चुनाव के प्रचार के दौरान शैलारानी ओम्कारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में सीढ़ियों से गिर गई थी। जिस वजह से उनकी रीढ़ की हड्डी फ्रेक्चर हो गई थी।
उनकी सर्जरी मेदांता अस्पताल में की गई थी, जिसके बाद वे ठीक होने पर वापस लौट आई थी। उनको अचानक तबियत खराब होने पर मैक्स अस्पताल में तीन दिन पहले वेंटिलेटर पर रखा गया था।तीन दिन बाद उनका निधन हो गया।
शैलारानी रावत ने पहला विधानसभा चुनाव केदारनाथ विधानसभा सीट से कांग्रेस के टिकट पर लड़ा और जीत कर पहली बार विधानसभा पहुंची थीं। 2016 में हरीश रावत सरकार से भगवत कर कांग्रेस के 9 वरिष्ठ विधायकों के साथ वे भाजपा में शामिल हुई थी। 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के टिकट पर वे केदारनाथ से चुनाव हार गई थी। जिसके बाद 2022 में एक बार फिर भाजपा के टिकट पर वे चुनाव लड़ी और जीत कर विधायक बनी।
2017 के विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान शैलारानी रावत को लगी चोट के कारण उन्हें केंसर भी हो गया था। तीन साल तक चले इलाज के बाद वे ठीक हुई और फिर राजनीति में सक्रिय हुई।
2024 में शैलारानी रावत ने लोकसभा चुनाव में पौड़ी गढ़वाल सीट से भाजपा उम्मीदवार अनील बलूनी के लिए चुनाव प्रचार भी किया था।
वहीं दूसरी ओर इस शैलारानी रावत के निधन से भाजपा में शोक का माहौल है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उनके आकस्मिक निधन पर शोक व्यक्त की है। वहीं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व राज्यसभा सांसद महेंद्र भट्ट ने शैलारानी के निधन को भारतीय जनता पार्टी के लिए एक बड़ी हानी व दुखद बताया। साथ ही उन्होंने कहा कि शैलारानी भाजपा परिवार की अहम सदस्य थी।