उत्तराखंड के अनु कुमार ने 38वें राष्ट्रीय खेलों में 800 मीटर दौड़ में रजत पदक जीतकर राज्य का मान बढ़ाया। इसके साथ ही, उन्होंने अपनी टीम के साथ 4×400 मीटर रिले में भी रजत पदक जीता। लेकिन अनु कुमार की सफलता सिर्फ एक खेल की कहानी नहीं है, बल्कि यह एक संघर्ष, कड़ी मेहनत और परिवार के समर्थन की प्रेरणादायक कहानी है।
अनु कुमार ने बातचीत के दौरान अपनी ज़िंदगी की कठिन राहों का जिक्र किया और बताया कि कैसे उन्होंने अपने परिवार के लिए बहुत संघर्ष किया। 2022 में उनके पिता की मृत्यु के बाद, घर की सारी जिम्मेदारी उनके कंधों पर आ गई| ऐसे में उनके लिए खेलना बहुत मुश्किल हो गया था । उनके लिए यह समय बहुत कठिन था क्योंकि पूरा परिवार गरीबी से जूझ रहा था। बावजूद इसके, अनु ने कभी हार नहीं मानी।
अनु ने खेतों में काम करने के साथ-साथ दिहाड़ी मजदूरी की। उन्होंने कहा, “मेरे लिए हर दिन एक नई चुनौती था, लेकिन मैं जानता था कि अगर मैं मेहनत करूंगा, तो एक दिन सफलता मिलेगी।” उनके परिवार की पूरी उम्मीद अनु पर थी और उन्होंने कभी भी अपने परिवार की उम्मीदों को टूटने नहीं दिया।
अनु की माँ, मुन्नी देवी ने बेटे की सफलता पर गर्व करते हुए कहा, “मेरे बेटे ने बहुत मेहनत की है। जब मैंने उसके गले में पदक देखा, तो मेरी आँखों से आंसू छलक पड़े। भगवान ऐसा बेटा हर किसी को दे।उन्होंने घर चलाने के लिए खेतों में काम किया और दिहाड़ी मजदूरी की उन्होंने बताया कि अनु ने अपने पिता की मृत्यु के बाद बहुत गरीबी देखी। लेकिन उसने कभी हार नहीं मानी।”
अनु के जीजा, अर्जुन भी उनके संघर्ष के साक्षी बने। अर्जुन ने कहा, “मैंने हमेशा अनु का समर्थन किया। वह हमेशा खेल के प्रति आगे बढ़ता रहा और मैंने उसे हर संभव मदद दी।” अनु की बहन, मोनिका भी अपने भाई के संघर्ष और सफलता पर भावुक हो गईं, “हमने बहुत कठिन समय देखा, लेकिन अनु ने हमेशा हमें प्रेरित किया।”
अनु कुमार की सफलता सिर्फ एक खिलाड़ी की कहानी नहीं है, बल्कि यह हर उस व्यक्ति के लिए प्रेरणा है जो जीवन की कठिनाइयों का सामना करता है। अनु का संघर्ष यह सिद्ध करता है कि मेहनत और समर्पण से कोई भी मुश्किल वक्त पर काबू पाया जा सकता है।
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संवाददाता
देवांशी सिंह
देवांशी सिंह दून विश्वविद्यालय में अंग्रेजी साहित्य की एमए की छात्रा हैं। उन्हें साहित्य और पत्रकारिता में गहरी रुचि है। अपनी रचनात्मकता और विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण से, देवांशी युवा साहित्यिक एवं पत्रकारिता क्षेत्र में एक उभरती हुई आवाज बनकर सामने आ रही हैं।