गैरसैंण:
आज गैरसैंण विधानसभा सत्र में पहुँचने से पूर्व सचिव संस्कृत शिक्षा, कार्यक्रम क्रियान्वयन एवं जनगणना, उत्तराखंड शासन ने डिमर् संस्कृत ग्राम का निरीक्षण किया। पुराने एवं नये, दोनों ग्रामों का भ्रमण कर उन्होंने ग्रामीणों, ख़ासकर मातृ शक्ति द्वारा संस्कृत वांग्मय वातावरण बनाये जाने हेतु किये जा रहे प्रयासों की सराहना की।
प्रशिक्षक को मातृशक्ति के अतिरिक्त बच्चों एवं युवाओं को भी डिमर ग्राम के अन्तर्गत विद्यालयों के माध्यम से संस्कृत संभाषण शिविरों के आयोजन हेतु निर्देशित किया गया। मातृ शक्ति एवं बच्चों द्वारा विभिन्न मंत्रों, श्लोकों, सुभाषितों एवं संस्कृत गीतों के माध्यम से प्रस्तुति की गयी।
डिमर संस्कृत विद्यालय के शिक्षकों का भी आव्हान किया गया कि वे भी संस्कृत संभाषण शिविरों में अपना योगदान दें। साथ ही साथ विद्यार्थियों को भी अष्टाध्याय श्रीमद भगवत गीता कंठस्थ करने की प्रेरणा दी गयी।
विद्यालय के प्रधानाचार्य को छात्रों को दूसरे विद्यालयों में शैक्षिक भ्रमण के आदान-प्रदान के निर्देश दिये गए। निरीक्षण के दौरान डिमर गाँव की ग्राम प्रधान, ग्रामीण महिलाएँ, बच्चे, बुजुर्ग, संस्कृत विद्यालय के प्रधानाचार्य. शिक्षक, ब्लॉक एवं राजस्व अधिकारीगण उपस्थित थे।