भुवनेश्वर:
सेना के एक अधिकारी से मारपीट व उनकी मंगेतर से पुलिसकर्मियों द्वारा छेड़छाड़ की गई थी। पिछले सप्ताह भुवनेश्वर में पुलिस पर हमला करने और पुलिस की संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के आरोप में सेना अधिकारी व उनकी महिला मंगेतर को गिरफ्तार किया गया था। बुधवार को जमानत पर रिहा किये जाने पर सेना अधिकारी की मंगेतर ने आप बीती सुनाई पीड़ित महिला का आरोप है,एक कार द्वारा जब उनका रास्ता रोका गया तो वे बच बचा कर ओडिशा के भुवनेश्वर के पास एक पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराने पहुंचे थे । पुलिस स्टेशन में महिला कॉस्टेबल द्वारा उन्हें पीटा गया और पुलिस कॉस्टेबल ने उसका यौन उत्पीड़न किया साथ ही उसके शरीर के प्राइवेट पार्ट से पुलिस अधिकारी द्वारा छेड़छाड़ की गई। सेना अधिकारी की मंगेतर का इलाज भुवनेश्वर के AIIMS में चल रहा है। उनकी मेडिकल रिपोर्ट में शारीरिक शोषण की पुष्टि हुई है।
वहीं ओडिशा पुलिस मुख्यालय ने कथित घटना के कुछ घंटों बाद अपना बयान जारी करते हुए कहा है कि एक इंस्पेक्टर रैंक के अधिकारी सहित पांच पुलिसकर्मियों को “घोर कदाचार” के लिए अनुशासनात्मक प्रक्रिया के चलते निलंबित कर दिया गया है।
वहीं महिला ने कहा है कि बीते रविवार को एक रेस्तरां में एक ग्रुप के साथ उनकी व सेना अधिकारी मंगेतर किसी बात को लेकर कहा सुनी हो गई थी। जिसके बाद उन्होंने कार से हमारा पीछा किया और हमें रोकने की कोशिश की हम जैसे तैसे वहा से भागे और दोनों भरतपुर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज पहुंचे तो वहां केवल एक महिला कांस्टेबल थी,जो सिविल ड्रेस में थी और उसने हमारी मदद करने से इनकार कर दिया,कुछ समय बाद वहां कांस्टेबसल व अधिकारी पहुंचे तो उसके साथी सेना के अधिकारी से लिखित बयान मांगा। उन्होंने फिर उसे हवालात में डाल दिया। जब मैंने यह कहने के लिए अपनी आवाज़ उठाई कि वे सेना के किसी अधिकारी को हिरासत में नहीं रख सकते क्योंकि यह गैरकानूनी है, तो दो महिला अधिकारियों ने मुझ पर हमला किया,मुझे जैकेट से बांध दिया गया और एक कमरे में छोड़ दिया गया।
“कुछ देर बाद, एक पुरुष अधिकारी ने दरवाज़ा खोला और मेरे स्तन पर कई बार लात मारी और निवस्त्र कर छेड़छाड़ की।
इस बीच, पुलिस ने कहा है कि महिला और उसके दोस्त, जो कोलकाता में 22 सिख रेजिमेंट से जुड़े हैं, ने नशे में एक ड्यूटी अधिकारी पर हमला किया और थाने के अंदर कंप्यूटर और फर्नीचर भी तोड़ दिया। उसे गिरफ्तार किया गया और इस सप्ताह ओडिशा उच्च न्यायालय ने उसे जमानत मिल गई है।
हालांकि, पुलिस महानिदेशक वाईबी खुरानिया के निर्देश पर, गुरुवार को चंदका पुलिस स्टेशन में एक शिकायत भी दर्ज की गई है, जिसके लिए एक जांच टीम का गठन किया गया है जो अब तक की इस घटना की जांच करेगी। 15 सितंबर को देर रात घर लौटते समय गुंडों द्वारा रास्ते में रोके जाने और परेशान किए जाने के सेना अधिकारी की मंगेतर महिला के दावे की जांच भी की जा रही हैं।
पीड़ित महिला को शहर में सरकारी अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ( AIIMS ) में चोटों का उपचार के दौरान ऑनलाइन साझा किए गए वीडियो में उनकी गर्दन व ब्रेस और दाहिने हाथ में सूजन पाई गई है साथ ही फ्रैक्चर होने की भी सम्भवना है, पीड़िता ने आपबीती रो रो कर पत्रकारों के सामने साझा की।
इस बीच, राष्ट्रीय महिला आयोग ने इस घटना का स्वतः संज्ञान लिया है और पुलिस से रिपोर्ट मांगी है। “तत्काल अनुशासनात्मक कार्रवाई की उम्मीद जताई है…”
इस पर नया मोड़ ये आया है कि अब ओडिशा पुलिस की अपराध शाखा को इस मामले की जांच करने का आदेश दिया गया है।