हिंदू संगठन विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने उत्तर प्रदेश के दारुल उलूम देवबंद से जारी गजवा-ए-हिंद को वैधता देने के फतवे को लेकर कड़ी प्रतिक्रिया जताई है। वीएचपी का कहना है कि भारत के खिलाफ युद्ध के लिए मुसलमानों को उकसाने की कोशिश की जा रही हैं। केंद्र व राज्य सरकार मांग की है कि इसके खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की जाए ।
वहीं विश्व हिंदू परिषद ( VHP ) के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल का कहना है “इस्लाम का जिहादी आतंकवाद की जननी दारुल उलूम देवबंद की ओर से आतंकियों को मदद और उनकी पैरवी के किस्से तो लोगों ने बहुत सुने ही है, लेकिन आज उसने अपने इस फतवे के माध्यम से खुले आम गजवा-ए-हिंद को उचित ठहराकर भारतीय संविधान और सरकार को कड़ी चुनौती दे दी है” साथ ही सरकार को इसके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए।
वीएचपी नेता विनोद बंसल ने कहा कि जिस इस्लामिक कानून को विश्व के अन्य मुस्लिम देश खारिज कर चुके हैं, आखिर उसको भारत में स्थापित करने का प्रयास क्यों किया जा रहा है?
साथ ही वीएचपी नेता बंसल ने का कहना है कि देश के मुस्लिमानो को उकसाने के लिए ये फतवा जारी किया जा रहा है। वीएचपी की मांग है कि समय रहते केंद्र व राज्य सरकार को इस विषय पर कानूनी कार्यवाही करते हुए दारुल उलूम देवबंद पर प्रतिबंध लगाना चाहिए।