यूकोस्ट में “प्लास्टिक vs प्लेनेट” विषय के अंतर्गत पृथ्वी दिवस का आयोजन किया गया

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देहरादून: 

उत्तराखंड राज्य विज्ञान और प्रौद्योगिकी परिषद द्वारा महिला प्रौद्योगिकी संस्थान और उत्तराखंड तकनीकी विश्वविद्यालय, देहरादून के सहयोग से “प्लास्टिक vs प्लेनेट” विषय के अंतर्गत पृथ्वी दिवस का आयोजन किया गया । इस अवसर पर परिषद द्वारा एक लोकप्रिय व्याख्यान का आयोजन भी किया गया जिसके मुख्य वक्ता प्रोफेसर अभ्यानंद सिंह मौर्या, पृथ्वी विज्ञान विभाग, आईआईटी रुड़की रहे । डॉ डी.पी. उनियाल, संयुक्त निदेशक यूकोस्ट ने स्वागत उद्बोधन दिया और माइक्रोप्लास्टिक के हानिकारक प्रभाव, प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन नियम और प्लास्टिक सामग्रियों का उपयोग करने से स्वास्थ्य पर पड़ने वाले दुष्प्रभावों पर अपने विचार व्यक्त किए । डॉ मनोज कुमार पांडा, निदेशक, डब्ल्यूआईटी, देहरादून ने कहा कि प्लास्टिक प्रबंधन के क्षेत्र में अंतःविषय अनुसंधान की आवश्यकता है और हम सबके समग्र प्रयासों द्वारा ही धरती को हरित, स्वच्छ और बेहतर स्थान बनाया जा सकता है । डॉ रीमा पंत, शिक्षाविद, ने इस अवसर पर माइक्रोप्लास्टिक, इसके हानिकारक प्रभाव और इसके संभावित समाधानों पर अपने विचार व्यक्त किए । कार्यक्रम में उनके द्वारा “हमारा भविष्य हमारे हाथ में है, उसे फेंकना बंद करो” विषय पर एक वीडियो संदेश भी दिखाया।
डॉ अभ्यानंद सिंह मौर्या, आईआईटी रुड़की, ने मिट्टी और जलीय प्रणाली में माइक्रोप्लास्टिक पर एक विस्तृत प्रस्तुति और शोध प्रस्तुत किए और माइक्रोप्लास्टिक के न्यूनतम उपयोग और उपभोग पर चर्चा की। प्रोफेसर ओंकार सिंह, कुलपति, यूटीयू, देहरादून ने कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य समुदाय को प्लास्टिक और इसके हानिकारक प्रभावों के बारे में जागरूक करना है। उन्होंने भविष्य में यूटीयू के छात्र- छात्राओं को हरित योद्धाओं के रूप में प्रशिक्षित करने की भी बात की, जो विश्वविद्यालय कैम्पस, इसके संस्थानों और आसपास के समुदाय में लोगों को प्लास्टिक के हानिकारक प्रभावों के बारे में जागरूक करने में सहायक होंगे । डॉ पीयूष जोशी, वरिष्ठ वैज्ञानिक अधिकारी, यूकोस्ट ने धन्यवाद प्रस्ताव दिया । श्रीमती जगृति उनियाल, वैज्ञानिक अधिकारी यूकोस्ट ने कार्यक्रम का संचालन किया। इस अवसर पर श्री जी एस रौतेला, सलाहकार साइंस सिटी, कंचन डोभाल, वैज्ञानिक अधिकारी, यूकोस्ट, डॉ के सी मिश्रा, यूटीयू, देहरादून और तकनीकी विश्वविद्यालय, देहरादून के शिक्षक मौजूद रहे ।
कार्यक्रम मे 250 से अधिक विद्यार्थियों ने प्रतिभाग किया ।

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