रॉबर्ट वाड्रा कहते हैं, “…मैं राजनीति से दूर रहा हूं, लेकिन विभिन्न राजनीतिक दल मुझे राजनीति में खींचना चाहते थे और मुझे परेशान करने के लिए हथकंडे अपनाते थे। गांधी से जुड़े होने के कारण मुझे हमेशा एक राजनीतिक उपकरण और एक आसान लक्ष्य के रूप में माना जाता है।” परिवार…लोगों ने महसूस किया है कि मुझे उन्हें एक बिजनेसमैन के तौर पर नहीं, बल्कि संसद के अंदर एक सांसद के तौर पर जवाब देना चाहिए…आप देखेंगे कि जब भी चुनाव आते हैं, मेरा नाम इस्तेमाल किया जाता है।”
रॉबर्ट वाड्रा ने कहा कि ईडी ने जोभी मेरे ऊपर आरोप लागए थे वो सब बेबुनियाद थे। जब कभी चुनाव का समय आता है तो भाजपा अपनी नाकामी को छुपाने के लिए मेरे नाम का स्तेमाल करती हैं। साथ ही रॉबर्ट वाड्रा ने लोकसभा चुनाव 2024 में चुनाव लड़ने के भी संकेत दिए हैं।
भाजपा द्वारा ने लोकसभा चुनाव को देखते हुए राम मंदिर अभी पूरा बना भी नहीं था पर राजनीतिक लाभ लेने के लिए राम मंदिर का उदघाटन समारोह किया गया।
#WATCH | Robert Vadra says "…I have stayed away from politics, but different political parties wanted to pull me into politics and used tactics to trouble me. I have always been treated as a political tool and a soft target for being connected to the Gandhi family…People have… pic.twitter.com/8LPwjHQLVx
— ANI (@ANI) April 16, 2024