प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 7 जून को एनडीए संसदीय दल की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “इस जीत को स्वीकार न करने, इस जीत पर ‘हार की छाया’ डालने के प्रयास किए गए। लेकिन ऐसे सभी प्रयास निष्फल रहे… ऐसी चीजें ‘बहुत कम उम्र में मर जाती हैं’ और ऐसा हुआ।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहा कि वह अपनी अगली सरकार के सभी निर्णयों में सर्वसम्मति सुनिश्चित करने का प्रयास करेंगे और इस बात पर जोर दिया कि एनडीए एक संगठित गठबंधन है, जो ‘राष्ट्र प्रथम’ के सिद्धांत के प्रति प्रतिबद्ध है।
भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन द्वारा तीसरी बार प्रधानमंत्री चुने गए मोदी ने यह भी कहा कि अगले 10 वर्षों में राजग सरकार सुशासन, विकास, जीवन की गुणवत्ता और आम नागरिकों के जीवन में न्यूनतम हस्तक्षेप पर ध्यान केंद्रित करेगी।
उन्होंने कहा कि इस गठबंधन के मूल में आपसी विश्वास है और वे ‘सर्व पंथ समभाव’ के सिद्धांत के प्रति प्रतिबद्ध हैं।
उन्होंने कहा, “अगर हम गठबंधन के इतिहास में संख्या के लिहाज से देखें तो यह सबसे मजबूत गठबंधन सरकार है।” उन्होंने जोर देकर कहा कि एनडीए जीत को पचाना अच्छी तरह जानता है।
प्रधानमंत्री ने कहा, “हम कभी नहीं हारे। 4 जून के बाद हमारा आचरण दिखाता है कि हम जीत को पचाना जानते हैं।” उन्होंने विपक्षी दलों पर हमला बोला।
बैठक में एन. चंद्रबाबू नायडू (टीडीपी), नीतीश कुमार (जेडीयू), एकनाथ शिंदे (शिवसेना), चिराग पासवान (एलजेपी-आरवी), एच.डी. कुमारस्वामी (जेडीएस), अजित पवार (एनसीपी), अनुप्रिया पटेल (अपना दल-एस), पवन कल्याण (जन सेना) सहित एनडीए नेताओं के साथ-साथ सत्तारूढ़ गठबंधन के नवनिर्वाचित लोकसभा सदस्य भी शामिल हुए।