रिकर्व तीरंदाजी: लक्ष्य की ओर सटीक निशाना

Slider sports उत्तराखंड संस्कृति

उत्तराखंड के देहरादून में आयोजित 38वें राष्ट्रीय खेलों में रिकर्व तीरंदाजी स्पर्धा में पुरुष और महिला दोनों वर्गों के बीच रोमांचक मुकाबले देखने को मिले।

इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता में देशभर के शीर्ष तीरंदाजों ने अपने कौशल का प्रदर्शन किया और पदक जीतने के लिए कड़ी मेहनत की।रिकर्व टीम स्पर्धा में झारखंड, सिक्किम, सर्विस (एसएससीबी), बंगाल और महाराष्ट्र जैसी मजबूत टीमों ने शानदार प्रदर्शन किया।

पद्मश्री और अर्जुन पुरस्कार विजेता और साथ ही साथ तीन बार ओलम्पियन भी रह चुके तरूणदीप राय ने अपनी जीत की ख़ुशी ज़ाहिर करते हुए कहा की वे नेशनल गेम्स में 6 बार हिस्सा ले चुके हैं और उत्तराखंड जिस तरह से टूर्नामेंट आयोजित करता है, उससे सभी को सीख लेनी चाहिए। पुरुष रिकर्व आर्चरी में झारखंड ने फाइनल मुकाबले में शानदार संयम और सटीक निशानेबाजी का प्रदर्शन किया, जिससे वे स्वर्ण पदक जीतने में सफल रहे। वहीं महिला वर्ग में महाराष्ट्र ने अपना दबदबा कायम रखते हुए स्वर्ण पदक जीत लिया।इस जीत के साथ महाराष्ट्र ने साबित कर दिया कि तीरंदाजी में उनका निशाना अचूक है!

समापन समारोह के दौरान विजेता टीमों और व्यक्तिगत विजेताओं को उनके अद्वितीय प्रदर्शन के लिए मुख्य अतिथियों द्वारा सम्मान प्राप्त हुआ। उन्होंने खिलाड़ियों के समर्पण और कड़ी मेहनत की सराहना भी की। रिकर्व तीरंदाजी न केवल कौशल और धैर्य की परीक्षा है, बल्कि यह आत्मसंयम और मानसिक संतुलन का प्रतीक भी है। यह खेल हमें लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित करने और निरंतर अभ्यास से श्रेष्ठता प्राप्त करने की प्रेरणा देता है


संवाददाता

अदिति कंडवाल

अदिति कंडवाल दून विश्वविद्यालय में अंग्रेजी साहित्य में एमए की छात्रा हैं। उन्हें साहित्य और पत्रकारिता में गहरी रुचि है, जिसके चलते वह लेखन और संवाद के माध्यम से समाज में नई सोच और विचारों का संचार करने का प्रयास करती हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *