घंटाकर्ण और 40 साल बाद की केदार यात्रा

आस्था की शक्ति असीम है। किसी बात की पुष्टि में विज्ञान भले ही तर्क ढूंढ़ता है, पर श्रद्धा के आगे तर्क मूल्यविहीन हो जाते हैं। श्रद्धावान हर शुभ घटना को चमत्कार मानते हैं, यद्यपि स्वयं को प्रगतिशील बताने वाले इसे संयोग नाम देते हैं। जनश्रुतियों, लोककथाओं और लोकविश्वासों में अपने चमत्कारों के लिए प्रसिद्ध रहा […]

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