उत्तराखंड चारधाम यात्रा 2022
•यात्रा प्रशासन संगठन की चारधाम यात्रा बैठक
•आयुक्त गढ़वाल सुशील कुमार की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में चारधाम यात्रा से जुड़े सभी विभागों की यात्रा तैयारियों की समीक्षा की गयी।
• 25 अप्रैल तक सभी विभागों को यात्रा तैयारियां पूरे करने के निर्देश
• प्रदेश के पुलिस महानिरीक्षक सहित जिलाधिकारी / पुलिस अधीक्षक एवं सभी विभागों के शीर्ष अधिकारी मौजूद रहे।
• कानून व्यवस्था,यात्रा मार्गो की स्थिति, परिवहन, पेयजल, विद्युत आपूर्ति,पर्यटन विभाग द्वारा यात्रा रजिस्ट्रेशन,स्वास्थ्य चिकित्सा, प्राथमिक उपचार,
खाद्यान्न व्यवस्था, तीर्थयात्रियों हेतु आवास व्यवस्था, धामों में दर्शन – पूजा व्यवस्था,सूचना संचार, हेली यात्रा, आपातकालीन परिचालन, स्वच्छता व्यवस्था, यात्रा वाहनों के ग्रीन कार्ड एवं पंजीकरण आदि विषयों पर संबंधित विभागों ने प्रगति आख्या प्रस्तुत की।
ऋषिकेश/ देहरादून: 4 अप्रैल। यात्रा प्रशासन संगठन की चार धाम यात्रा बैठक आयुक्त गढ़वाल सुशील कुमार की अध्यक्षता में नगरनिगम ऋषिकेश के स्वर्ण जयंती सभागार में आयोजित हुई जिसमें पुलिस महानिरीक्षक सहित जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक, चिकित्सा, पर्यटन, परिहन विभाग, चिकित्सा-स्वास्थ्य, पावर कारपोरेशन, राष्ट्रीय राजमार्ग, ग्रेफ बीआरओ, पीडब्लूडी, खाद्यान्न, श्री बदरीनाथ- केदारनाथ मंदिर समिति, जीएमवीएन, उरेड़ा, बीएसएनएल, संचार चारधाम यात्रा से संबंधित सभी विभागों के शीर्ष अधिकारियों ने प्रगति आख्या प्रस्तुत की।
इस अवसर पर गढ़वाल आयुक्त सुशील कुमार ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि आनेवाली चारधाम यात्रा में बड़ी संख्या में तीर्थ यात्रियों के श्री बदरीनाथ, श्री केदारनाथ, श्री गंगोत्री, श्री यमुनोत्री सहित उत्तराखंड के तीर्थस्थलों में पहुंचने की उम्मीद है। कोरोनाकाल के बाद चारधाम यात्रा का प्रवाह निश्चित ही बढ़ेगा इसके लिए तीर्थयात्रियों को अधिक से अधिक यात्री सुविधाएं मिले इसके लिए सभी संबंधित विभाग तैयारियों को 25 अप्रैल से पहले पुख्ता करें।
उन्होंने कहा कि अधिक से अधिक तीर्थयात्रियों का आनलाइन/ आफ लाईन पंजीकरण किया जाये। सड़को के चिह्नित पेचों जैसे लाम बगड़, कलियासौड़ को दुरस्त किया जाये गंगोत्री एवं यमुनोत्री मार्ग तथा केदारनाथ यात्रा मार्ग में चिह्नित जगहों पर सड़क दुरस्त कर दिया जाये। यात्रा के दौरान खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता निरीक्षण-नियंत्रण हेतु जिलाधिकारियों को जांच कमेटी बनाने के निर्देश दिए।
कहा कि तीर्थ यात्री https//registrationandtouristcare.uk.gov.in पर अपना आन लाईन अथवा आफ लाईन पंजीकरण जरूर करवाएं। वेब पोर्टल,रेजिस्ट्रेशन सेंटर, मोबाइल एप, यात्री मित्र के माध्यम से अपना पंजीकरण करवाये। इस संबंध में पर्यटन विभाग ने डेमो प्रस्तुत किया बंताया कि हरिद्वार से लेकर संयुक्त बस अड्डा, गुरूद्वारा ऋषिकेश, बदरीनाथ मार्ग, केदारनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री मार्ग पर आफ लाईन पंजीकरण व्यवस्था है।
केदारनाथ हेतु हेली पंजीकरण आज से शुरू हो चुकी है। https://heliservices.uk.gov.in
श्री बदरीनाथ एवं श्री केदारनाथ धाम के पूजाओं की आन लाइन बुकिंग htttps:// badrinath-kedarnath. uk.gov.in पर उपलब्ध है।
बैठक में पुलिस महानिरीक्षक गढ़वाल के एस नगयाल ने चारधाम यात्रा के दौरान कानून ब्यवस्था तथा आपात स्थिति में त्वरित रूप से तीर्थयात्रियों की मदद हेतु पुलिस बल को तत्पर रहने को कहा।
बैठक में पुलिस महानिरीक्षक गढ़वाल परिक्षेत्र सहित जिलाधिकारी देहरादून डा. आर राजेश, जिलाधिकारी चमोली हिमांशु खुराना, जिलाधिकारी रूद्रप्रयाग मनुज गोयल,जिलाधिकारी टिहरी ईवा आशीष, श्री बदरीनाथ- केदारनाथ मंदिर समिति के मुख्य कार्याधिकारी बी.डी. सिंह
मुख्य विकास अधिकारी उत्तरकाशी गौरव कुमार
अपर आयुक्त एवं यात्रा प्रशासन संगठन के विशेष कार्याधिकारी नरेंद्र सिंह क्वीरियाल एसएसपी-
श्वेता चौबे चमोली,यशवंत सिंह पौड़ी,नवनीत भुल्लर टिहरी आयुश अग्रवाल रूद्रप्रयाग वीर सिंह वुदियाल अपर जिलाधिकारी हरिद्वार, ईला गिरी अपर जिलाधिकारी पौड़ी, आरटीओ देहरादून दिनेश पठोई, एआरटीओ अरविंद पाण्डेय, वाईएस तोमर ईई यूपीसील, ए के श्रीवास्तव डा. हरीश गौड़ सहित परिवहन विभाग, चिकित्सा, एन एच, पीडब्ल्यूडी, खाद्यान्न, उरेड़ा पंचायत राज, संयुक्त यात्रा रोटेशन, सुलभ इंटरनेशनल के प्रतिनिधि बैठक में मौजूद रहे।
चारधाम/ श्री बदरीनाथ- केदारनाथ मंदिर समिति के मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने बताया गया कि विगत 28 मार्च को गढ़वाल आयुक्त की अध्यक्षता में यात्रा प्रशासन संगठन की चारधाम यात्रा बैठक आयोजित हुई थी बताया कि श्री बदरीनाथ धाम के कपाट 8 मई, श्री केदारनाथ धाम के कपाट 6 मई तथा गंगोत्री यमुनोत्री के कपाट परंपरागत रूप से अक्षय तृतीया 3 मई को खुल रहे है। प्रदेश सरकार का चारधाम यात्रा तैयारियों पर विशेष फोकस है इसी परिप्रेक्ष्य में हर स्तर पर यात्रा तैयारियों को दुरुस्त किया जा रहा है।