राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने बुधवार को राजभवन में वीर माधो सिंह भण्ड़ारी उत्तराखण्ड प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (यूटीयू) द्वारा राज्य के विश्वविद्यालयों हेतु तैयार किए गए मोबाइल एप ‘‘यूनिवर्सिटी कनेक्ट उत्तराखण्ड’’ का लोकार्पण किया। इस मोबाइल एप के माध्यम से उत्तराखण्ड राज्य के समस्त राज्य विश्वविद्यालय एक प्लेटफॉर्म पर राजभवन के साथ जुड़ गये हैं। इसके द्वारा सभी विश्वविद्यालयों के पास अपनी उपलब्धियों, बेस्ट प्रेक्टिसिज, कार्यक्रमों, विषय-विशेषज्ञों, सूचनाओं, स्टार्टअप, शोध और विकास को आपस में राजभवन के साथ ऑनलाइन संवाद के जरिये साझा किए जाने की सुविधा उपलब्ध हो गई है।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. ओंकार सिंह ने विश्वविद्यालय के शैक्षणिक सत्र 2022-23 के समस्त पाठ्यक्रमों के संचालन तथा ‘‘युनिवर्सिटी मैनेजमेंट सिस्टम’’ प्रणाली द्वारा विश्वविद्यालय में सम्पूर्ण डिजिटलीकरण किये जाने की प्रक्रिया जो प्रगति पर है, का प्रस्तुतिकरण दिया। उन्होंने विश्वविद्यालय द्वारा अब तक उसके अधीन संचालित समस्त पाठ्यक्रमों की परीक्षाओं में सम्पूर्ण पारदर्शिता लाने हेतु छात्रों को मूल्यांकित उत्तर पुस्तिकाएं दिखाए जाने की व्यवस्था से कुलाधिपति/राज्यपाल को अवगत कराया।
कुलपति ने विश्वविद्यालय द्वारा संबद्ध संस्थानों में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं के शैक्षणिक कार्यक्रमों के सुचारू संचालन की निगरानी हेतु तैयार किये गये अटेंडेंस मैनेजमेंट सिस्टम की सुविधाओं का प्रस्तुतीकरण दिया। उन्होंने कहा कि छात्रों के साथ ही उनके अभिभावकों को भी विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर छात्र का रोल नम्बर व जन्मतिथि के माध्यम से उपस्थिति का सम्पूर्ण विवरण प्राप्त करने की सुविधा उपलब्ध करायी गई है। कुलपति ने बैठक में यूटीयू द्वारा जनवरी-फरवरी, 2023 की परीक्षाओं में प्रश्नपत्रों के डिजिटलीकरण, उत्तर पुस्तिकाओं के डिजिटलीकरण व ऑनस्क्रीन मूल्यांकन तथा मूल्यांकित उत्तर पुस्तिका दर्शाने से परीक्षा प्रणाली में आ रही पारदर्शिता व जवाबदेही होने की बात प्रस्तुतीकरण में की गयी।
राज्यपाल ने विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. ओंकार सिंह और उनकी पूरी टीम को इसके लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह डिजिटलीकरण की ओर हमारे बढ़ रहे कदम को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि यूटीयू द्वारा डिजीटलीकरण की ओर जो अग्रणी भूमिका निभायी है, अन्य विश्वविद्यालयों को भी इस कदम से सीख लेने की जरूरत है। इस अवसर पर कुलपति श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय प्रो0 एन.के.जोशी व कुलपति वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली उत्तराखण्ड औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय डॉ.पी.कौशल ने भी विश्वविद्यालय के कार्यों एवं भविष्य की योजनाओं का प्रस्तुतीकरण दिया।
इस दौरान सचिव श्री राज्यपाल रविनाथ रामन, विधि परामर्शी श्री अमित कुमार सिरोही, अपर सचिव श्रीमती स्वाति एस. भदौरिया, उप सचिव एन.के. पोखरियाल, अनुभाग अधिकारी सचिन चमोली सहित राज्य विश्वविद्यालय के सभी कुलपति वर्चुअली उपस्थित रहे।