बीते गुरुवार 28 सितंबर को देहरादून हरिद्वार नेशनल हाईवे में मणि माई मंदिर के पास काफी संख्या में मिले मरे हुए बंदर मील वन विभाग में हड़कंप।
डोईवाला के मणि माई मंदिर के नजदीक काफी संख्या में मृत बंदरों के मिलने से हड़कंप की स्थिति बन गई है। इस घटना की जानकारी मिलने पर डोईवाला पुलिस और वन विभाग के अधिकारी, कर्मचारी घटनास्थल पर पंहुचे और जांच में जुट गए।
वही जानकारी मिलने पर हिन्दू जागरण मंच के कार्यकर्त्ता भी मौके पर एकत्रित हो गये थे।
वही वन विभाग के रेंज ऑफिसर ने घनानंद उनियाल ने बताया कि लच्छीवाला मणि माई मंदिर के नजदीक लगभग 10 से 12 बंदर मृत अवस्था में पाए गए ।वन विभाग घटनास्थल पर पहुंचा और इस मामले की जांच की जा रही है।
इन बंदरों की मृत्यु के बारे में अभी कोई ठोस तौर पर कुछ नहीं कहा जा सकता है।
मृत बंदरों के किया जायेगा पोस्टमॉर्टेम
लच्छीवाला के जंगल में मिले मृत बंदरों को लेकर वन विभाग तुरंत हरकत में आया। फारेस्ट डिपार्टमेंट के कर्मचरियों के द्वारा मृत बंदरों को पोस्टमॉर्टेम के लिये भेजा गया है। ताकि उनकी मृत्यु के कारणों का सही प्रकार से पता चल सके।
बंदरों की मृत्यु की ये हो सकती है बड़ी वजह
वन विभाग द्वारा संभावना जताई जा रही है कि बंध्याकरण के लिए विभिन्न क्षेत्रों से बंदरों को पड़कर हरिद्वार जनपद के चिड़ियापुर स्थित बंध्याकरण केंद्र पर ले जाया जाता है। जहां उनका बंध्याकरण किया जाता है। इसके बाद बंध्याकरण किए गए इन बंदरों को उनके प्राकृतिक वास में छोड़ दिया जाता है। इस पूरी प्रक्रिया के दौरान कई बार आपसी संघर्ष के कारण भी बंदरों की मृत्यु की संभावना बनी रहती है। इसके अलावा बंध्याकरण किए गए कुछ बंदर भी कई बार प्राकृतिक वास में छोड़े जाने पर उनकी मृत्यु हो सकती है। फिलहाल वन विभाग इस पूरे घटनाक्रम की जांच में जुट गया हैं।