देहरादून:
उत्तराखंड के चार धाम यात्रा के ऑलवेदर रोड कि परियोजना के निर्माण में हजारों पेड़ काटे जा चुके हैं, जिसके चलते सरकार को आंदोलनकारियों का विरोध भी सहन करना पड़ा साथ ही लगातार आंदोलनकारी पेड़ काटे जाने पर आवाज उठा रहे हैं, उनकी आवाज केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी पर असर करती दिखाई दे रही है।
नेशनल हाईवे के निर्माण में पेड़ों की कटाई सबसे अंतिम विकल्प रखा गया जाएगा, केंद्रीय सड़क एवं राज्य मार्ग मंत्रालय ने वृक्षों के पर्यावरणीय महत्व देखते हुए सभी राष्ट्रीय राजमार्ग के निर्माणों पर ट्री ट्रांसप्लांट पॉलिसी को लागू करने का मन बना लिया है। इसी संबंध में उत्तराखंड के अपर मुख्य सचिव (वन विभाग) आनंद वर्धन से वन विभाग, राज्य वन विकास निगम और पर्यावरण से संबंधित सभी विभागों के विशेषज्ञों की सहायता से विचार विमर्श करने का अनुरोध भी किया गया है।
अभी तक उत्तराखंड के प्रसिद्ध चार धाम ऑल वेदर रोड परियोजना के निर्माण कार्य में हजारों पेड़ों की बलि दी जा चुकी है। लगभग 65% वन क्षेत्र वाले उत्तराखंड राज्य में सड़कों के निर्माण वह चौड़ीकरण के कार्यों में हर वर्ष सैकड़ों पेड़ विकास के नाम पर भेंट चढ़ा दिए जाते हैं।
प्रदेश की चार धाम ऑल वेदर रोड परियोजना के निर्माण कार्य में अभी तक हजारों पेड़ों की कटाई हो चुकी है, जिसको लेकर पर्यावरण से जुड़े आंदोलनकारी इस कटान के खिलाफ लगातार प्रदेश ही नहीं देश में भी आवाज उठा रहे हैं, अब जाकर उनकी आवाज केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्रालय के कानों में गूंजती हुई नज़र आ रही है ।