आर एस एस प्रमुख डॉ मोहन भागवत का बड़ा बयान

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नागपूर : 

महाराष्ट्र के नागपुर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ता विकास वर्ग द्वितीय का समापन कार्यक्रम में डॉ मोहन भागवत, सरसंघचालक का बड़ा बयान सामने आया है।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ता विकास वर्ग द्वितीय का समापन कार्यक्रम में डॉ मोहन भागवत ने कहा कि “चुनाव सहमति बनाने की प्रक्रिया है। सहचित्त

संसद में किसी भी प्रश्न के दोनों पहलू सामने आये इसलिए ऐसी व्यवस्था है।
* चुनाव प्रचार में जिस प्रकार एक दूसरे को लताड़ना, तकनीकी का दुरुपयोग, असत्य प्रसारित करना ठीक नहीं। विरोधी की जगह प्रतिपक्ष कहना चाहिए।
* चुनाव के आवेश से मुक्त होकर देश के सामने उपस्थित समस्याओं पर विचार करना होगा।

चुनाव लोकतंत्र में प्रति पांच वर्ष होने वाली घटना है।
हम अपना कर्तव्य करते रहते हैं लोकमत परिष्कार का। प्रतिवर्ष करते हैं, प्रति चुनाव में करते हैं, इस बार भी किया है।

चुनाव सहमति बनाने की प्रक्रिया है।

साथ संघ प्रमुख डॉ मोहन भागवत ने कार्यक्रम में कहा कि “मणिपुर एक वर्ष से शांति की राह देख रहा है। प्राथमिकता से उसका विचार करना होगा।

एक साल से मणिपुर शांति की राह देख रहा है। इससे पहले 10 साल शांत रहा। पुराना गन कल्चर समाप्त हो गया, ऐसा लगा। और अचानक जो कलह वहां पर उपजा या उपजाया गया, उसकी आग में अभी तक जल रहा है, त्राहि-त्राहि कर रहा है। इस पर कौन ध्यान देगा? प्राथमिकता देकर उसका विचार करना यह कर्तव्य है।

https://x.com/RSSorg/status/1800200167297372518?t=1wBhlZhCSk0w-m60hdV9Iw&s=19

कार्यक्रम में उपस्थित विशिष्ट अतिथि श्री आनंद परिमल जी, श्री मल्हार पाटेकर जी, नाम फाउंडेशन, डॉ कृष्ण एला जी, श्री प्रगुण जिंदल खैतान जी, पूज्य स्वामी सत्यप्रकाश जी महाराज, महर्षि मह आश्रम तथा प्रबुद्ध नागरिक।

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