यमकेश्वरः
यमकेश्वर विधानसभा से काग्रेंस प्रत्याशी शैलेन्द्र रावत ने आज अपने समर्थकों सहित जिला पौड़ी में जाकर नामांकन किया। यमकेश्वर से पूर्व में 2017 में यमकेश्वर से काग्रेंस के प्रत्याशी रहे शैलेन्द्र रावत ने तीसरे नम्बर पर 10 हजार से अधिक मत प्राप्त किये थे। इस बार उनका मुकाबला बीजेपी के प्रत्याशी रेनू बिष्ट से होगा। बता दे कि 2017 के चुनाव में जहॉ रेनू बिष्ट रक्षा मोर्चा पार्टी से दूसरे नम्बर पर रहींं । वहीं पिछली बार ऋतु खणडूरी ने यहॉ पर जीत हासिल की थी।
शैलेन्द्र रावत इससे पूर्व 2002 से 2007 तक दुगड्डा के ब्लॉक प्रमुख रहे और इसी दौरान यमकेश्वर ब्लॉक से रेनू बिष्ट भी ब्लॉक प्रमुख रही। वर्ष 2007 में शैलेन्द्र रावत ने कोटद्वार से बीजेपी प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ा और काग्रेंस के कद्दावर नेता सुरेन्द्र सिंह नेगी को शिकस्त दी। वहीं यमकेश्वर से रेनू बिष्ट ने भी साल 2007 में यमकेश्वर विधानसभा सीट से बतौर काग्रेंस प्रत्याशी मैदान में उतरी और चुनाव हार गयी। 2012 में बीजेपी ने शैलेन्द्र रावत की जगह कोटद्वार से पूर्व मुख्यमंत्री मेजर जनरल भुवन चन्द्र खण्डूरी को टिकट दिया और यमकेश्वर से फिर सरोजनी कैंतुरा को कांग्रेस से प्रत्याशी बनाया गया, वहीं रेनू बिष्ट ने यहॉ से निर्दलीय ताल ठोकी, लेकिन फिर बिजय बड़थ्वाल अपनी सीट पर काबिज हो गयी।
वर्ष 2017 में शैलेन्द्र रावत कांग्रेस में आ गये और उनको पार्टी ने यमकेश्वर से चुनाव लड़ाया उनका सामना फिर रेनू बिष्ट और बीजेपी से ऋतु खण्डूरी के साथ हुआ। रेनू बिष्ट ने रक्षा मोर्चा से दूसरे नम्बर पर अपनी र्पोजशन बरकरार रखी वहीं शैलेन्द्र रावत नये आये और उन्होंने पार्टी कैडर का 10 हजार से अधिक मत लेकर तीसरे स्थान पर रहे।
2017 मे चुनाव लड़ने के बाद वहीं शैलेन्द्र रावत आमजन के बीच क्षेत्र में घूमते दिखाई दिये वहीं रेनू बिष्ट ने 2020 में बीजेपी मे आ गयी। 2017 के चुनाव में दूसरे नम्बर पर काबिज होने का फायदा उन्हें पार्टी हाईकमान ने प्रत्याशी बनाकर मैदान मे उतार दिया, वहीं काग्रेंस ने शैलेन्द्र रावत ने जनमानस के बीच रहकर अपनी छवि को बरकरार रखा। तमाम अटकलों के बीच काग्रेंस के दिग्गज एवं द्वारीखाल मंडल के ब्लॉक प्रमुख महेन्द्र राणा जिनकी कि निर्दलीय चुनाव लड़ने की खबरे आ रही थी उन पर विराम लगाते हुए कांग्रेस प्रत्याशी शैलेन्द्र रावत को समर्थन दे दिया है।
महेन्द्र राणा के समर्थन से जहॉ एक ओर बीजेपी को द्वारीखाल में समीकरण बिगडने के आसार नजर आ रहे हैं, वहीं काग्रेंस को मजबूती मिलती दिख रही है। हालांकि अभी काग्रेंस को यमकेश्वर के बीजेपी के गढ में सेध मारने में जरूर मेहनत करनी पड़ेगी, क्योंकि बीजेपी संगठनात्मक तौर पर मजबूत पाटी्र मानी जा रही है, वहीं रेनू बिष्ट को पूर्व कांग्रेसी होने और बीजेपी की पूर्व विरोधी होने का नुकसान होने के आसार बताये जा रहे हैं। आज नामांकन में शैलेन्द्र रावत के साथ समर्थकों में द्वारीखाल ब्लॉक प्रमुख महेन्द्र राणा, जिला पंचायत गुमाल गॉव विनोद डबराल, बचन बिष्ट और अन्य कार्यकर्ता मौजूद रहे।