हरिद्वार:
हरिद्वार लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं की मीटिंग में उनके सम्मान को लेकर बड़ी बात कही। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं का सम्मान ही मेरे लिए सर्वोपरि है। उनके सम्मान में कभी कोई आंच नहीं आने दूंगा।
उन्होंने कहा कि बूथ स्तरीय कार्यकर्ता ही हरेक मतदाता को मतदान केंद्र तक पहुंचाने का कार्य करता है। हमारा ग्रास रूट वर्कर ही वास्तव में पार्टी को मजबूत करने के लिए धरातल को बनाने का कार्य करता है। त्रिवेंद्र ने कहा कि सीएम, विधायक और मंत्री रहते हुए उन्होंने पूरी ईमानदारी से कार्य किया।
उन्होंने कहा कि वर्ष 1978 से उन्होंने एक प्रचारक के रूप में संघ के जरिए समाज और राष्ट्र सेवा का कार्य करना शुरू किया। वे पहले संगठन मंत्री है जिन्हें पार्टी ने 2002 में राजनीति में उतारा और विधानसभा का टिकट दिया। जबकि मुझे संगठन के कार्य में ज्यादा रूचि थी। लेकिन संगठन का आदेश था, इसलिए राजनीति में आया। कार्यकर्ताओं का अपार प्यार मिला। पहला ही चुनाव लड़ा और जीत गया।
उन्होंने कार्यकर्ताओं को ही अपना रिश्तेदार बताया। कहा कि बहुत से राजनीतिक नेता कहते हैं उनके उस क्षेत्र में बहुत रिश्तेदार हैं। जबकि मैं कहता हूं मेरा कोई रिश्तेदार नहीं है। मेरे रिश्तेदार तो मेरा देवतुल्य कार्यकर्ता है। ऐसे देवतुल्य कार्यकर्ताओं के भरोसे और विश्वास की बदौलत ही कोई भी चुनाव जीता जा सकता है। संगठन महामंत्री रहते हुए मैंने बहुत अच्छी तरह से इस बात को समझा।
त्रिवेंद्र ने कहा कि विधायक और सीएम बनने के बाद मुझे हरिद्वार और पूरे प्रदेश की सेवा का मौका मिला। इस दौरान हमारी सरकार ने सभी व्यक्तियों के लिए अटल आयुष्मान योजना लागू की। जिसका लाभ प्रत्येक परिवार के हरेक व्यक्ति को मिल रहा है। इस योजना में हर व्यक्ति को किसी बीमारी में 5 लाख तक का स्वास्थ्य कवर मिल रहा है। कई लोग आज भी जब मिलते हैं तो कहते हैं कि अटल आयुष्मान योजना नहीं होती तो वह जिंदा नहीं होते। इस योजना से वे अपना आपरेशन करा सके।
उन्होंने कहा कि किसानों को गन्ने के मूल्य में काफी समस्या होती थी। उनके गन्ना मूल्य का भुगतान कई दिनों तक नहीं हो पाता था। मैंने मुख्यमंत्री रहते हुए इसके लिए बजटरी प्रावधान कर ऐसी शुरूआत की जिससे अब गन्ना मूल्य का भुगतान समय से हो रहा है। कोई भी सीएम इस बजट प्रावधान को हटाने की हिम्मत नहीं कर सकता। मेरी सोच थी कि किसान का पसीना सूखने से पहले उसकी मेहनत का पैसा उसकी जेब में पहुंचना चाहिए। हरिद्वार जिले में स्थापित इकबाल शूगर मिल बंदी की कगार पर थी। इस मिल से 22 हजार से ज्यादा किसान जुड़ा था। मैंने किसानों की समस्या को समझा और सरकार की गारंटी पर 37 करोड़ मिल को देकर उसे बंद होने से बचाया। आज इस मिल से 80 फीसदी पैसा किसान के खाते में जा रहा है। यह मिल आज बेहतर तरीके से चल रही है।
त्रिवेंद्र ने कहा कि सीएम रहते हुए उन्होंने महिलाओं को पति की पैतृक संपत्ति में बराबर की भागीदारी की हक दिया। इससे महिलाएं स्वालंबी हुई। सीएम रहते हुए उन्होंने ऐसे निराश्रित बच्चों के लिए सरकारी नौकरी में चार फीसदी आरक्षण की व्यवस्था, जिन्हें किसी भी कारणवश उनके मां-बाप पैदा होते ही कूढ़े के ढेर में डाल देते थे। प्रदेश में ऐसे बच्चों की संख्या करीब डेढ़ लाख है। इन बच्चों को न तो अपनी जाति और न हीं धर्म का पता होता है।
हमारी सरकार ने सवेंदनशीलता का परिचय देकर उनके लिए व्यवस्था की। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओं के नारे से समाज में जागृति होगी, लेकिन हमने उसके लिए धरातल पर कार्य किया। महिलाओं के जीवन को सुरक्षित रखने के लिए हमने मुख्यमंत्री घसियारी कल्याण योजना लागू की। इस योजना से महिलाओं को अब घास काटने जंगल में नहीं जाना पड़ा।
उन्होंने नारा दिया-एक बार फिर मोदी सरकार, अबकी बार चार सौ पार। इस पर उपस्थित जनसमूह ने जोरदार गर्जना के साथ उनके सुर में सुर मिलाया और वादा किया कि हरिद्वार से भाजपा प्रत्याशी को भारी बहुमत से विजयी बनाकर लोकसभा में भेजेंगे।
इस मौके पर पूर्व विधायक और लोकसभा संयोजक कुलदीप कुमार, पूर्व विधायक स्वामी यतीश्वरानंद, जिलाध्यक्ष संदीप गोयल, प्रभारी आदेश सैनी, सह प्रभारी सुशील चौहान, महामंत्री आशु चौधरी, नकली राम सैनी, नाथीराम चौधरी, विपिन चौधरी, मंडल अध्यक्ष प्रणव याद, जितेंद्र सैनी, सीमा चौहान, आदि कार्यकर्ता मौजूद रहे।