गुरुद्वारा श्री हेमकुण्ट साहिब के कपाट शीतकाल के लिए आज बंद कर दिए गये।
१० बजे सुखमनी साहिब का पाठ प्रारम्भ हुआ और १२/५० कीर्तन और अरदास के बाद जेकारों की गूंज में पंज प्यारों की अगुवाई में ४१८ Joshimath के फ़ौजियों की देख रेख में गुरु ग्रन्थ साहिब को सुखासन स्थान पर बैंड बाजों के साथ ले जया गाया।
इस वर्ष १८ September से शुरू की यात्रा में ११०००श्रद्धालु दर्शन कर पाए। आज १८०० श्रध्दालु कपाट बंद होने के समय आए। ट्रस्ट द्वारा सभी का धन्यवाद किया गया है जिन्होंने इस साल यात्रा के संचालन में सहयोग प्रदान किया गया।