चमोली/
उत्तराखंड 2022 के चुनाव में चमोली जिले के एक शिक्षक ने चुनाव ड्यूटी पर अपनी सेवाओं का मानदेय लेने से मना कर दिया है। धन सिंह धरिया वो शिक्षक है जिन्होंने नई पहल कर भारत चुनाव आयोग को पत्र लिख कहा है, कि वह चुनाव के दौरान की गई उनके द्वारा ड्यूटी का किसी भी तरह से सेवा शुल्क नहीं लेना चाहते हैं। साथ ही भविष्य में होने वाले चुनावों में भी इसी तरह नि:शुल्क सेवा देते रहेंगे ।
देखा जाए तो देश में होने वाले सभी चुनावों में भारतीय शिक्षकों की अहम भूमिका रहती है। सरकारी व गैर सरकारी शिक्षकों की सेवाएं चुनाव आयोग द्वारा चुनाव मतदान से लेकर चुनाव मतगणना तक ली जाती है। उत्तराखंड में हो रहे 2022 के विधानसभा चुनाव में चमोली के धन सिंह धरिया शिक्षक ने नई पहल करते हुए चुनाव ड्यूटी लगने पर अपने मानदेय को लेकर इनकार कर दिया है। शिक्षक धन सिंह धरिया ने भारत निर्वाचन आयोग को पत्र भेजकर कहा कि वह देश के लोकतंत्र के किसी भी स्तर पर होने वाली निर्वाचन प्रक्रिया में शामिल होकर उसे निभाना अपना देश के प्रति कर्तव्य मानते हैं।
शिक्षक धन सिंह धरिया पेड़ वाले गुरु जी के नाम से भी उत्तराखंड में जाने जाते हैं। वह पर्यावरण के प्रति उत्तराखंड में अपनी अहम भूमिका निभाते आए हैं। स्कूल में बच्चों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करना व पेड़ पौधे लगाने के लिए विद्यालय में छात्र छात्राओं को प्रेरित करते रहते हैसाथ ही वे पर्यावरण संरक्षण का भी काम करते हैं।