अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर देहरादून जेल की महिला कैदियों के लिए कानूनी साक्षरता और स्वास्थ्य कल्याण सत्र का आयोजन
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के पावन अवसर पर, दिल्ली स्थित गैर-सरकारी संगठन अपूर्वारंभ फाउंडेशन और देहरादून के योगतत्वम चैरिटेबल ट्रस्ट के सहयोग से, देहरादून जिला कारावास की महिला कैदियों के लिए एक कानूनी साक्षरता और स्वास्थ्य कल्याण सत्र का आयोजन किया गया।
इस कार्यक्रम में सर्वोच्च न्यायालय की अधिवक्ता और अपूर्वारंभ फाउंडेशन की निदेशिका, त्रिशला मलिक ने महिलाओं के दैनिक जीवन में कानूनी अधिकारों पर प्रकाश डाला। वहीं, योगतत्वम चैरिटेबल ट्रस्ट की ट्रस्टी और एक प्रसिद्ध योग शिक्षिका, श्रीमती रश्मि सरस्वती ने कैदियों को आसन के माध्यम से योग के महत्वपूर्ण स्वास्थ्य लाभों से अवगत कराया। कार्यक्रम के आयोजन में श्रीमती खुबा कासी ने महीला प्रिजनर्स के लिए उपहार भेंट करे।
कार्यक्रम के दौरान जेल की महिला पुलिस स्टाफ को दोनों संगठनों द्वारा उत्कृष्टता प्रमाणपत्र और उपहारों से सम्मानित किया गया। जेलर महोदय और जेल के डीआईजी महोदय भी कार्यक्रम में उपस्थित थे और उन्होंने कैदी कल्याण और महिला सशक्तीकरण के लिए गैर-सरकारी संगठनों द्वारा की गई पहल की सराहना की।
यह कार्यक्रम महिला कैदियों को उनके अधिकारों के बारे में जागरूक करने और उन्हें स्वस्थ रहने के लिए प्रोत्साहित करने का एक सार्थक प्रयास था।