बीते सोमवार को पिथौरागढ़ जिले के सिलपाटा गांव के एक खंडहर आवासीय भवन में गुलदार ने तीन शावकों को जन्म दिया। भवन स्वामी ने जैसे ही यह नजारा देखा, उसके पैरों तले जमीन खिसक गई। हालांकि भवन मालिकिन को आते देख मादा गुलदार मौके से चली गई। अब शावकों के पास दुबारा आने और लोगों की आवाजाही से मादा गुलदार हिंसक न बने, इसे लेकर वन विभाग चिंतित है। विभाग ने स्पेशल टीम बनाकर आसपास की सुरक्षा बढ़ा दी है। ताकि लोग गुलदार के शावकों को देखने यहां ने पहुंचे।इधर, आज मादा गुलदार ने दो शावकों को वहां से शिफ्ट कर दिया है। जबकि एक शावक अभी खंडहर में मौजूद है। आज रात तक शावक शिफ्ट करने की बात वन विभाग कह रहा है।
वन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार पिथौरागढ़ शहर के सिलपाटा के एक खंडहर भवन में एक मादा गुलदार ने गत दिनों तीन शावकों को जन्म दिया है।आबादी के करीब आवासीय खंडहर में शावकों के जन्म से गांव में दहशत का माहौल है। विभागीय कर्मचारी इस इंतजार में है कि मादा गुलदार आए और अपने शावकों को ले जाए। शहर के सिलपाटा में गीता पुनेठा खंडहर भवन में मवेशियों के लिए घास, चारा रखती हैं। सोमवार सुबह वह मवेशियों के लिए घास लेने उक्त खंडहर भवन में गई तो वहां तीन नवजात शावक और गुलदार को देख दंग रह गई। महिला को देखते हुए गुलदार शावकों को छोड़कर भाग गया। सूचना पर वन क्षेत्राधिकारी दिनेश जोशी के नेतृत्व में टीम मौके पर पहुंची। इस दौरान उन्होंने खतरे को देखते हुए आसपास के लोगों को वहां से हटाया और मादा गुलदार के आने का इंतजार करने लगे। साथ ही आसपास के घरों को खाली कराते हुए लोगों को भवन से दूर रहने की अपील कर रहे हैं। हालांकि लोग दहशत के बीच गुलदार के शावकों को देखने को खासे उत्साहित भी दिख रहे हैं। लेकिन वह विभाग लोगों को नजदीकी जाने नहीं दे रहा है। बहरहाल पिथौरागढ़ शहर के करीब मादा गुलदार के द्वारा तीन शावकों को जन्म देने की घटना से लोग दहशत में हैं।