पुणे:
महाराष्ट्र के पुणे में 20 मई को लग्जरी कार एक्सीडेंट में एक पुरूष व एक महिला इंजीनियर की मौत हो गई थी। जिसके बाद पुणे की एक अदालत ने नाबालिग कार चालक को 300 शब्दों के निबंध लिखने के बाद जमानत पर रिहा कर दिया था।
पोर्श कांड में नया मोड़ आया है, एक्सीडेंट करने वाले नाबालिग के पिता ने दावा किया है कि बेटा नहीं, उसका ड्राइवर चला रहा था गाड़ी।
पुणे के पोर्श कांड के मुख्य अभियुक्त 17 वर्षीय लड़के के पिता ने दावा किया है कि दुर्घटना के समय उसका फैमिली ड्राइवर गाड़ी चला रहा था। नाबालिग के दो दोस्त, जो दुर्घटना के समय उसके साथ थे, उन्होंने उसके दावों का समर्थन किया है। बता दें कि, रियल एस्टेट डेवलपर विशाल अग्रवाल का नाबालिग बेटा, उस कार में था जो एक मोटरसाइकिल से टकरा गई, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई। एक दिन पहले ही पुणे की एक अदालत ने उसे दी गई जमानत रद्द कर दी थी और उसे जुवेनाइल सेंटर भेजने का आदेश दिया था।
मामला बॉलीवुड की एक फ़िल्म जोली LLB की कहानी से मेल खाता दिख रहा है। जिसमें इसी तरह की एक घटना पर फ़िल्म के किरदार को दर्शाया गया है।
अब देखना होगा कि इस मामले में अदालत का क्या रुख रहता है।