उत्तराखंड में होने वाले 38वें राष्ट्रीय खेलों की तैयारियां जोरों पर हैं, और इस दिशा में हर संभव कदम उठाए जा रहे हैं। विशेष प्रमुख सचिव, श्री अमित सिन्हा के नेतृत्व में 24×7 की तर्ज पर इन खेलों की तैयारी की जा रही है। रायपुर इंटरनेशनल स्टेडियम स्थित राष्ट्रीय खेल सचिवालय में पूरी तत्परता से यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि राष्ट्रीय खेलों के आयोजन के लिए सभी आवश्यक सुविधाएं और ढांचागत व्यवस्थाएं समय से पहले पूरी हो जाएं।
अधिकारियों और कर्मचारियों को विशेष निर्देश
श्री अमित सिन्हा ने स्पष्ट किया कि राष्ट्रीय खेलों के आयोजन से जुड़े अधिकारियों और कर्मचारियों को केवल अति-आवश्यक परिस्थितियों में ही अवकाश लेने की अनुमति दी जाएगी। उन्होंने कहा कि सभी को अपनी जिम्मेदारियों को प्राथमिकता देनी होगी और किसी भी स्तर पर लापरवाही नहीं होनी चाहिए।
विभिन्न खेल स्थलों का ऑनलाइन निरीक्षण
राष्ट्रीय खेलों के आयोजन के लिए उत्तराखंड के विभिन्न जिलों में स्थानों को चिन्हित किया गया है। इन खेल स्थलों (venue) के इंफ्रास्ट्रक्चर विशेष प्रमुख सचिव श्री अमित सिन्हा द्वारा ऑनलाइन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से नियमित निरीक्षण किया जा रहा है। यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि हर स्थल पर विश्वस्तरीय सुविधाएं उपलब्ध हों और खेल गतिविधियों को सुचारू रूप से संपन्न कराने के लिए आवश्यक ढांचे की बारीकी से जांच की जा रही है।
विशेषकर, स्टेडियम, ट्रैक, फील्ड्स, खेल प्रशिक्षण सुविधाएं, और खिलाड़ी आवासीय व्यवस्थाओं की गहन समीक्षा की जा रही है ताकि खिलाड़ी और उनके प्रशिक्षक हर पहलू में संतुष्ट रहें। सभी वेंन्यू की तैयारियों पर निरंतर नज़र रखी जा रही है ताकि कोई कमी न रह जाए और खेलों का आयोजन सफलतापूर्वक किया जा सके।
पूरी तत्परता से तैयारियों में जुटा खेल विभाग
अमित सिन्हा के नेतृत्व में खेल विभाग द्वारा न केवल स्थानीय खेल स्थलों की तैयारी सुनिश्चित की जा रही है, बल्कि खिलाड़ियों के चयन, उनके प्रशिक्षण कार्यक्रमों और उनके ठहरने की व्यवस्थाओं पर भी पूरा ध्यान दिया जा रहा है। इस बार राष्ट्रीय खेलों में उत्तराखंड एक मेजबान के रूप में अपनी सर्वोत्तम क्षमताओं को प्रदर्शित करना चाहता है, इसलिए विभाग द्वारा हर छोटी-बड़ी तैयारी पर बारीकी से नजर रखी जा रही है।
उत्तराखंड में होने वाले 38वें राष्ट्रीय खेलों को ऐतिहासिक और सफल बनाने की दिशा में इस प्रकार के निरंतर प्रयास और कड़ी मेहनत ने राज्य को खेलों के आयोजन के लिए तैयार कर दिया है।