राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) बुधवार को इंदौर, मध्यप्रदेश में शहीद समरसता मिशन के ‘राष्ट्र शक्ति संवाद’ कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि सम्मिलित हुए। इस दौरान उन्होंने शहीद गोपाल सिंह जादौन (कीर्ति चक्र), शहीद भगवान सिंह गुलिया, (ऑपरेशन मेघदूत) के शहीद स्मारकों का लोकार्पण किया। उन्होंने शहीदों के परिजनों एवं वीरांगनाओं को भी सम्मानित किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर राष्ट्र की रक्षा के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान देने वाले अमर शहीदों के गौरव और सामाजिक समरसता के लिए आयोजित इस कार्यक्रम में उपस्थित होकर बेहद गर्व महसूस कर रहा हूँ।
उन्होंने कहा कि शहीद समरसता मिशन सैनिकों के गौरव और सम्मान की रक्षा के लिए उत्कृष्ट प्रयास कर रहा है इसके लिए संस्थापक श्री मोहन नारायण निःस्वार्थ भाव से कार्य कर रहे हैं। इसके अलावा मिशन सामाजिक समरसता के प्रतीक पर्वों और सेवा कार्यों के माध्यम से रचनात्मक कार्य कर रहा है, जो सराहनीय कदम है। राज्यपाल ने कहा कि शहीदों के परिजनों को जिस तरह का सम्मान शहीद समरसता मिशन ने दिलाने की परंपरा शुरू की है वह अत्यन्त सराहनीय है।
राज्यपाल ने कहा कि हमारा यह कर्तव्य है कि हम शहीदों के परिवारजनों का सम्मान, आदर और हमेशा सहयोग करें। उन्होंने कहा कि देश की सुरक्षा हेतु सैनिक हमेशा सीमाओं में एक प्रहरी के रूप में हमेशा तैनात रहते हैं। उनके त्याग, बलिदान और शहादत के कारण देश और हम सुरक्षित हैं। उन्होंने कहा कि सेना, सैनिक और सैनिक परिवार मेरी सर्वोच्च प्राथमिकता में हैं। इस कार्यक्रम में शहीद समसरता मिशन की स्मारिका का लोकार्पण भी किया गया। कार्यक्रम में मिशन के संस्थापक मोहन नारायण ने मिशन के क्रियाकलापों की जानकारी दी। इस कार्यक्रम में शहीद सैनिकों के परिवार के सदस्य सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे।