राजभवन/ देहरादून :
राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने सोमवार को ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी के तृतीय दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्य अतिथि प्रतिभाग किया। इस कार्यक्रम में उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत भी मौजूद रहे। दीक्षांत समारोह में राज्यपाल ने 6,800 छात्रों को उपाधियां और 91 छात्रों को गोल्ड मेडल प्रदान किये। इस दौरान विश्वविद्यालय की ओर से कला संस्कृति एवं लोक संगीत के क्षेत्र में अनुकरणीय योगदान देने के लिए लोक गायक नरेन्द्र सिंह नेगी एवं अभिनेत्री हिमानी भट्ट शिवपुरी को डॉक्टरेट की मानद उपाधि से सम्मानित किया।
दीक्षांत समारोह में छात्र-छात्रों को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि सपने देखें, विकल्पों की तलाश करें और उसे संकल्प में बदलें। उन्होंने कहा कि आप सभी छात्र आने वाले अमृत काल में राष्ट्र एवं समाज का नेतृत्व करने में अहम भूमिका निभाएंगे। उसी प्रकार सपने देखना शुरू करें, और उन सपनों को संकल्पों से सच साबित करें। आप सभी की बदौलत हमारा देश विश्व गुरू अवश्य बनेगा। उन्होंने कहा कि उपाधियां लेकर रोजगार तलाशने की पंक्ति में खड़े न हो, बल्कि स्वयं रोजगार देने वाले बनें।
राज्यपाल ने कहा कि युवा आज हर क्षेत्र में हमारे राष्ट्र को गौरवान्वित कर रहें हैं। उन्होंने कहा कि आज दीक्षांत समारोह में अधिकांश मेडल प्राप्तकर्ता बेटियां हैं, जो गौरव का विषय है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने जिन पांच लक्ष्यों की बात की उन सभी लक्ष्यों को हमें पूरा करना है। आप में से प्रत्येक व्यक्ति अमृत काल के विकसित भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने में अपना पूरा योगदान दें। भारत का ज्ञान दुनिया के लिए बहुत उपयोगी होने वाला है। भारत का चिन्तन, भारत का अध्यात्म, योग, आयुर्वेद, मर्म, प्राकृतिक कृषि, औषधीय विज्ञान, जीवन दर्शन ये सब दुनिया के लिए एक वेलनेस सेक्टर के रूप में भारतीय अर्थव्यवस्था एक नयी इकोनॉमी को जन्म देने वाला है।
राज्यपाल ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के देश को विकसित बनाने के आह्वान का जिक्र करते हुए कहा कि जिस दिशा में युवा जा रहे हैं, कोई देश की प्रगति और विकसित होने से नहीं रोक सकता। आज मेडल पाने वालों में जो उत्साह और क्षमता दिखाई दी, उससे साफ है कि कोई देश को विकसित होने से नहीं रोक सकता। आने वाले 25 वर्षों में भारत पूरी दुनिया में सबसे अधिक युवाओं वाला देश होगा। यही टैलेंटेड युवा पीढ़ी परिवर्तन की सूत्रधार होगी। यही सबसे बड़े कर्मयोगी होंगे। वर्ष 2030 तक देश में 14 करोड़ स्नातक होंगे। यह साइबर, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मास मीडिया पर ध्यान देने का युग है। उत्तराखंड की महिलाओं के प्रोडेक्ट्स को वोकल फॉर लोकल अभियान के तहत व्यापक बाजार देने की चुनौती का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि डॉ. कमल घनशाला ने इसे स्वीकार किया है। इससे काफी उम्मीदें बंधी हैं। उन्होंने अभिनेत्री हिमानी भट्ट शिवपुरी और लोकगायक नरेन्द्र सिंह नेगी को मानद उपाधि दिये जाने पर विश्वविद्यालय की सराहना की।
उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने विशिष्ट अतिथि के रूप में समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि उत्तराखंड में नई शिक्षा नीति लागू करने के साथ ही कई बड़े कदम उठाये गए हैं। राज्य में 12 भाषाओं में शिक्षा देने की तैयारी की जा रही है। कोई भी छात्र अपनी मातृभाषा में प्राइमरी शिक्षा पा सकता है। इसके लिए पाठ्यक्रम तैयार किया जा रहा है। इसके साथ ही राज्य के किसी भी विश्वविद्यालय के छात्र किसी भी सेमेस्टर में दूसरे विश्वविद्यालय में स्थानांतरण करा सकते है, इसके लिए क्रेडिट सिस्टम लागू किया जा रहा है।
ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी के चांसलर और ग्राफिक एरा ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के अध्यक्ष डॉ. कमल घनशाला ने डिग्री और मेडल पाने वाले छात्रों का आह्वान किया कि सपने जरूर देखें, सबसे अच्छा सपना वह होता है, जो रात को सोने न दे। एक सपना पूरा होने पर उससे बड़ा दूसरा सपना देखें और उसे पूरा करने के लिए पूरी शक्ति से जुट जाएं।
कुलपति डॉ. आर गावरी ने ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी की ग्यारह वर्षों की शानदार उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि शिक्षा में उच्च गुणवत्ता के साथ ही सामाजिक सरोकारों और नैतिक मूल्यों का समावेश करके युवाओं को बेहतरीन नागरिक के रूप में तैयार किया जा रहा है। उन्होंने डिग्री पाने वाले छात्र-छात्राओं को देश, समाज और परिवार के प्रति अपने दायित्वों की शपथ दिलाई।
समारोह में ग्राफिक एरा ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस की वाइस चेयरपर्सन राखी घनशाला ने अतिथियों का आभार व्यक्त किया। समारोह में ग्राफिक एरा ग्रुप के मुख्य संरक्षक आर सी घनशाला, ग्राफिक एरा एजुकेशनल सोसायटी की अध्यक्षा लक्ष्मी घनशाला, ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी के चांसलर डॉ. आर सी जोशी, कुलपति डॉ. संजय जसोला, गवर्निंग बॉडी के सदस्यों, वरिष्ठ पर्यावरणविद चंडी प्रसाद भट्ट और सेवानिवृत्त आईएएस अल्का सिरोही, मैनेजमेंट बोर्ड के सदस्य डॉ. सुभाष गुप्ता, डॉ. ज्योति छाबड़ा, कुलसचिव डॉ. अरविंद धर और तमाम पदाधिकारी मौजूद रहे। संचालन डॉ. एम पी सिंह ने किया।