Uttarkashi Avalanche: हिमस्खलन की चपेट में आये दल के 34 सदस्य
उच्च हिमालयी क्षेत्र में प्रशिक्षण के लिए निकले नेहरू पर्वतारोहण संस्थान (NIM) के दल में से 29 सदस्य रविवार को डोकराणी बामक ग्लेशियर क्षेत्र में हिमस्खलन की चपेट में आने के बाद लापता हो गए थे। हिमस्खलन (Uttarkashi Avalanche) हादसे के तीसरे दिन रेस्क्यू टीमें घटनास्थल पर पहुंचने में कामयाब हो गईं। टीमों ने मौके से 19 पर्वतारोहियों के शव बरामद कर लिए।
Uttarkashi Avalanche: मौसम खराब होने के कारण रेस्क्यू टीम हो रही दिक्कत
हिमस्खलन (Uttarkashi Avalanche) की चपेट में आने के बाद लापता लोगो को निकालने के लिये मौसम खराब होने के कारण रेस्क्यू टीम को भी लगातार चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा था। आज शुक्रवार सुबह दो हेलीकॉप्टर घटनास्थल के लिए रवाना हुए। इसके बाद हेलीकॉप्टर समिट कैंप से चार शवों को लेकर हर्षिल हेलीपैड पहुंचा। हेलीकॉप्टर द्वारा शवों को मातली हेलीपैड लाने का प्रयास किया गया, लेकिन खराब मौसम के कारण शवों को हर्षित हेलीपैड पर उतारा गया है, जिन्हें अब सड़क मार्ग से उत्तरकाशी भेजा गया।
Uttarkashi Avalanche: 2 और शवों की हुई शिनाख्त
4 शवों में से 2 शव NIM प्रशिक्षक सविता कंसवाल और नौमी रावत उत्तरकाशी के है जबकि 2 शव अजय बिष्ट निवासी अल्मोड़ा और शिवम कैंथोला हिमाचल के हैं चारो लोगो की हिमस्खलन (Uttarkashi Avalanche) की चपेट में आने से मौत हो गई थी । शवों के उत्तरकाशी पहुंचते ही परिजनों में कोहराम मच गया। रेस्क्यू दल ने बृहस्पतिवार को 15 शव बरामद किए थे। 4 शव घटना के दिन ही बरामद हो गए थे। एडवांस बेस कैंप में तैनात रेस्क्यू टीम द्वारा 7 शव और बरामद कर लिए गए हैं। वहीं 3 की तलाश जारी है।
आपको बता दें कि निम का 42 सदस्यीय दल 23 सितबंर को द्रौपदी का डांडा में प्रशिक्षण के लिए गया था। मंगलवार को हिमस्खलन (Uttarkashi Avalanche) की चपेट में दल के 34 सदस्य आ गए थे। 5 घायलों का उत्तरकाशी में उपचार चल रहा है।