भारत-पाकिस्तान मैच पर विरोध के बीच BCCI की सफाई: “ये भारत सरकार की पॉलिसी है, इसलिए पीछे हटना मुमकिन नहीं”
एशिया कप 2025 में 14 सितंबर (रविवार) को भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाले मुकाबले को लेकर देश में सियासी और सामाजिक बहस तेज हो गई है। दरअसल, यह मैच ऐसे समय में हो रहा है जब हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमला हुआ था। इसी कारण से सोशल मीडिया पर इस मैच के बहिष्कार की मांग उठ रही है और कई राजनीतिक दलों के नेताओं ने भी आपत्ति जताई है।
सोशल मीडिया पर बहिष्कार की मांग
पाकिस्तान के खिलाफ क्रिकेट मैच को लेकर भारत में हमेशा से संवेदनशील माहौल रहा है। इस बार हालात और ज्यादा तनावपूर्ण हैं। ट्विटर, फेसबुक और इंस्टाग्राम पर बड़ी संख्या में लोग मैच रद्द करने की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि आतंकवाद को बढ़ावा देने वाले देश के साथ खेलना शहीदों का अपमान है।
BCCI की प्रतिक्रिया
इसी बीच भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने अपनी आधिकारिक प्रतिक्रिया दी है। BCCI सचिव देवजीत सैकिया ने आजतक से बातचीत में कहा:
“कल के मैच के लिए बतौर BCCI सचिव हम अपनी टीम को शुभकामनाएं देते हैं। हमें भरोसा है कि खिलाड़ी जीत के लिए पूरी ताकत से उतरेंगे और यह उन घटनाओं का करारा जवाब होगा, जिन्हें हम ज्यादा याद नहीं करना चाहते। भारत को भले ही ऐसे देश के साथ खेलना पड़ रहा है, जिसके साथ हमारे रिश्ते अच्छे नहीं हैं, लेकिन बहुराष्ट्रीय टूर्नामेंट में खेलना भारत सरकार की नीति है। इसी वजह से हम इन मैचों से इंकार नहीं कर सकते।”
सरकार की नीति पर टिकी मजबूरी
BCCI ने साफ कर दिया है कि भारत-पाकिस्तान का मुकाबला सिर्फ एक क्रिकेट मैच नहीं है, बल्कि यह अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट का हिस्सा है। भारत की नीति यही रही है कि द्विपक्षीय सीरीज पाकिस्तान के साथ नहीं खेली जाएगी, लेकिन ICC या एशियाई क्रिकेट परिषद (ACC) जैसे बहुपक्षीय टूर्नामेंट में भाग लेना अनिवार्य है। ऐसे में भारत के पास इस मैच से पीछे हटने का विकल्प नहीं है।
माहौल तनावपूर्ण लेकिन उम्मीदें बरकरार
भले ही विरोध के स्वर बुलंद हो रहे हों, लेकिन क्रिकेट प्रेमियों की बड़ी संख्या इस हाई-वोल्टेज मुकाबले का इंतजार कर रही है। क्रिकेट एक्सपर्ट्स का मानना है कि भारतीय टीम अगर मैदान पर पाकिस्तान को हराती है, तो यह देशवासियों के गुस्से और भावनाओं का एक खेली हुई प्रतिक्रिया बन सकती है।
कुल मिलाकर, राजनीतिक और सामाजिक विरोध के बावजूद भारत-पाकिस्तान मैच तय समय पर खेला जाएगा, और सबकी निगाहें इस महामुकाबले पर टिकी हुई हैं।