मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की नवीन चकराता टाउनशिप को बसाए जाने की घोषणा के बाद, अब कैबिनेट से टाउनशिप को बसाए जाने की मंजूरी मिल गई है। इसका निर्माण कार्य मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण (एमडीडीए) द्वारा किया जाएगा। पुरोड़ी से लेेकर लखवाड़ यमुना पुल तक का क्षेत्र टाउनशिप में शामिल किया जाएगा।
नवीन चकराता का शिलान्यास छह नवंबर 1997 को पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष रामशरण नौटियाल द्वारा किया गया था। एमडीडीए की टीम स्थलीय निरीक्षण करने पहुंच गई है। इस महायोजना का मास्टर प्लान तैयार करने के लिए दो करोड़ कर दिए गए हैं। निरीक्षण में चयनित स्थान को टाउनशिप के लिए उपयुक्त माना गया।
पुरोड़ी, रामताल गार्डन, बिरमोऊ कांडी, सजियाना, माख्टी पोखरी, चौरानी डांडा, बैराटखाई, शिखाई डांडा, चौरी डांडा, पांचोई डांडा, वायधार, गांगरौ डांडा, ग्यावा डांडा, चिटाड़ा डांडा, श्यामधार, झुल्का डांडा, नागथात, टिकरथात, बानीथात, ड्यूंडीलानी, देशगाड़, पिपाया, मटियाणा, जखोड़, सणिया आदि क्षेत्र टाउनशिप के अधिकार क्षेत्र में आएंगे। कालसी तहसील के 32 और चकराता के 8 गांव आंशिक रूप से टाउनशिप का हिस्सा बनेंगे।
इसके फलस्वरुप, पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।
वर्तमान में चकराता छावनी क्षेत्र की पाबंदी के चलते सीमित संख्या में होटल और व्यापारिक प्रतिष्ठान हैं। पर्यटन को बढ़ावा मिलने से रोजगार के अवसर भी सृजित होंगे।
इसके फलस्वरुप, पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।
वर्तमान में चकराता छावनी क्षेत्र की पाबंदी के चलते सीमित संख्या में होटल और व्यापारिक प्रतिष्ठान हैं। पर्यटन को बढ़ावा मिलने से रोजगार के अवसर भी सृजित होंगे।