चीन का बांग्लादेश में सबमरीन बेस निर्माण कार्य, भारत के लिए चिंताजनक

Slider उत्तराखंड देश

चीन द्वारा भारत को घेर ने की पुरानी आदत रही है,कई समय से चीन भारतीय सीमाओं पर अपने होने की होने का दावा करता आ रहा है। साथ ही चीन भारत सीमा से सेट छोटा देश पर अपना दबाव बनाकर या इन देशों को कर्ज देकर अपनी मनमानी से समुद्री तत्वों पर चीनी नौसेना के लिए बेस तैयार करता रहा है। जिसमें पाकिस्तान, श्रीलंका और अब बांग्लादेश में भी चीन ने पैर फैलाना शुरू कर दिया है। बांग्लादेश में बन रहे चीनी सबमरीन बेस का निर्माण अब लगभग पूरा हो चुका है।

बांग्लादेश में चीनी सबमरीन बेस की आई सैटेलाइट फ़ोटो भारत पर दबाव बना देने वाली है। इससैटेलाइट इमेज में बांग्लादेश में एक ड्राई डॉक नज़र आ रही है, जिसमें सबमरीन बेस का निर्माण कार्य होता नजर आ रहा है। मिली जानकारी के अनुसार ड्राई डॉक की लंबाई 135 मीटर और चौड़ाई लगभग 30 मीटर बताई जा रही है।

बांग्लादेश के कॉक्स बाजार के पेकुआ में बीएनएस शेख हसीना के नाम से इस पनडुब्बी बेस का निर्माण किया जा रहा है। यह बेस बांग्लादेश के समुद्री तट पर 1.75 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है। एक मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इस बेस का निर्माण साल 2020 में शुरू हुआ और मार्च 2023 में बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने इसका उद्घाटन किया. उद्घाटन कार्यक्रम में भारी संख्या में चीन के अधिकारी शामिल हुए थे।

बांग्लादेश में चीनी सबमरीन बेस निर्माण के बाद ये उम्मीद जताई जा रही है कि चीन जल्द ही इस पर लॉजिस्टिक पहुंच बना लेगा। वहीं दूसरी ओर विदेश नीति के जानकार बताते हैं कि इस मसले को एक पनडुब्बी कूटनीति के तौर पर भारत के विरुद्ध देखा जाना चाहिए, इसलिये कि चीन ने बांग्लादेश को हाल ही में दो पनडुब्बी भी दी हैं। उम्मीद जताई जा रही है कि अब चीनी पनडुब्बियां बांग्लादेश के बेस पर मरम्मत और अपग्रेडशन के लिए लाई जाएंगी।

बांग्लादेश में चीनी जहाजों और सबमरीन के बेस से भारत के लिए बंगाल की खाड़ी असुरक्षित हो जाएगा। यहां पर तैनात भारतीय आयुधों की चीन निगरानी कर सकता है। बांग्लादेश के शेख हसीना बेस से थोड़ी ही दूर पर भारत की परमाणु पनडुब्बियों का अड्डा है, जिसकी चीन जासूसी कर सकता है।

खबर माध्यम: ABP News

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *