नई दिल्ली:
आज से संसद का शीतकालीन सत्र शुरू हो गया और साथ ही सत्र के शुरू पहले ही दिन कृषि कानूनों की वापसी के विधेयक को लोकसभा से पास कर दिया गया है।
विधेयक को अब ऊपरी सदन यानि राज्यसभा में पेश किया जाएगा, राज्यसभा से पास होने के बाद इसे राष्ट्रपति की मंजूरी के लिए भेजा जाएगा। राष्ट्रपति की मंजूरी मिलने के बाद तीनों कृषि कानून रद्द माने जाएंगे।
सोमवार को संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन ही कृषि कानूनों को लेकर भारी हंगामा देखने को मिला है, विपक्ष कृषि कानूनों पर चर्चा के लिए अड़ा हुआ है, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि चर्चा तभी होगी जब विपक्ष माहौल तैयार करेगा। केंद्र सरकार पहले ही साफ कर दिया कि वह कृषि कानूनों को लेकर अब कोई कोताही नहीं बरतना चाहते।