मणिपुर हिंसा के दौरान देश को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई थी । जिसमे दो महिलाओं को निवस्त्र कर भीड़ ने घुमाया था। इस घटना को लेकर पुलिस की कार्यवाही जारी है। इस मामले में पुलिस ने अब तक 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इन गिरफ्तारी में एक आरोपी के पास से मोबाइल फोन जब्त किया गया है, जिसके बारे में पुलिस का कहना है कि इसी फोन से घटना के दौरान वीडियो बनाने में प्रयोग किया गया था। ये मोबाइल फोन को इस घिनोने वारदात में पुलिस की जांच में बेहद महत्वपूर्ण कड़ी साबित होगा।
मणिपुर पुलिस ने एक ट्वीट कर जानकारी दी कि गिरफ्तार किए गए 5 आरोपियों को 11 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। मणिपुर पुलिस का कहना है कि अन्य संदिग्धों की तलाश में छापेमारी की जा रही है।
*5 (five) accused persons arrested in the viral video case remanded in Police Custody for 11 (eleven) days:*
As regard to the viral video of 02 (two) women on 4th May, 2023, 05(five) accused persons have been remanded to Police Custody for 11(eleven) days and 01(one)1/2
— Manipur Police (@manipur_police) July 23, 2023
मणिपुर पुलिस का मानना है झूटी अफवाह से सूरा हुआ दंगा
मणिपुर में 3 मई 2023 से भड़की जातीय हिंसा में अब तक 160 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। पीटीआई के अनुसार, राज्य में हालात पर नजर रखने वाली विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारियों का कहना है कि हिंसा को बड़े पैमाने पर अफवाहों और फर्जी खबरों के कारण बढ़ावा मिला।
मणिपुर के अधिकारियों के अनुसार, दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाने से संबंधित चार मई की घृणित घटना के पीछे भी एक अफवाह ही वजह बनी, जो पॉलीथिन में लिपटी एक महिला के शव की तस्वीर के सोशल मीडिया पर आने के बाद हुई थी. इस तस्वीर को लेकर झूठा दावा किया गया था, कि पीड़िता की चुराचांदपुर में आदिवासियों ने द्वारा हत्या कर दी थी। इस संबंध में जांच अधिकारी ने कहा कि बाद में पता चला कि तस्वीर राष्ट्रीय राजधानी में हत्या की शिकार एक महिला की है, लेकिन उस समय तक घाटी में हिंसा भड़क चुकी थी और अगले दिन जो देखा गया, उसने मानवता को शर्मसार कर दिया।