उत्तराखंड में NDA उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू का पलड़ा भारी
विधायक व कैबिनेट मंत्री चंदन रामदास, कांग्रेस विधायक तिलकराज बेहड़ व राजेन्द्र भंडारी नहीं डाल पाये वोट
1971 की जनगणना के आधार पर उत्तराखंड में एक बिधायक की वोट का मूल्य 64 व एक सांसद की वोट का मूल्य 700 आंका गया है। उत्तराखंड में 70 की विधानसभा में से 47 विधायक भाजपा के है जबकि 5 लोकसभा व 3 राज्यसभा सांसद मिलाकर 8 सांसद भी भाजपा के ही हैं। इस हिसाब से NDA उम्मीददवार द्रौपदी मुर्मू उत्तराखंड से लीड मिलेगी।कांग्रेस के 19 , दो बसपव दो निर्दलीय विधायक हैं।
देहरादून:
उत्तराखंड के 67 विधायकों ने राष्ट्रपति के चुनाव में हिस्सा लिया। तीन विधायकों ने मतदान में हिस्सा नहीं लिया। इनमें कैबिनेट मंत्री चंदन रामदास, व कांग्रेस विधायक तिलक राज बेहड़ स्वास्थ्य सम्बंधी कारणों से मतदान से वंचित रहे। जबकि बद्रीनाथ से कांग्रेस विधायक राजेन्द्र भंडारी भी सड़क मार्ग अवरुद्ध होने की वजह से समय पर देहरादून नहीं पहुंच पाए।
सोमवार 18 जुलाई को विधानभवन में बनाये गए मतदान केंद्र में सुबह 10 बजे से 5 बजे तक विधायकों ने अपने मत का प्रयोग किया। मतदान खत्म होने के बाद कड़ी सुरक्षा में सीलबंद मतपेटी को हवाई जहाज से दिल्ली रवाना किया गया। इस दौरान भारी सुरक्षा व्यवस्था मौजूद रही।
राष्ट्रपति निर्वाचन प्रक्रिया-2022 उत्तराखण्ड राज्य में सकुशल व निर्विघ्न सम्पन्न हुई। मतदान प्रक्रिया को सरल एवं सुगम बनाने के लिए हेल्पडेस्क का भी निर्माण कराया गया। निर्वाचन प्रक्रिया भारत निर्वाचन आयोग द्वारा तैनात प्रेक्षक की देखरेख में सम्पन्न हुआ।
मतदान करने वालों में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, विधान सभा अध्यक्ष ऋतु खण्डूरी, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य एवं कैबिनेट मंत्री प्रेम चन्द अग्रवाल, गणेश जोशी, सतपाल महाराज, धन सिंह रावत, सुबोध उनियाल, रेखा आर्य, सौरभ बहुगुणा एवं विधायकगण सहित कुल 67 मतदाताओं ने अपने-अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
मतदान सम्पन होने के पश्चात भारत निर्वाचन आयोग द्वारा निर्धारित मानक के अनुसार मतपेटी को सील कर नई दिल्ली भारत निर्वाचन आयोग को भेजा गया। मतपेटी को जौलीग्रांट हवाईअड्डे से नई दिल्ली की फ्लाइट से भेजा गया।
निर्वाचन प्रक्रिया और मतपेटी को जौलीग्रांट हवाईअड्डे पर भेजे जाने की सम्पूर्ण कार्यवाही की वीडियोग्राफी तथा फोटोग्राफी भी कराई गयी।