मणिपुर:
मई माह से मणिपुर में भड़की हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। एक बार फिर मणिपुर में गोलीबारी में अब तक पांच लोगों की मौत खबर सामने आई है। अधिकारियों से मिली जानकारी में गुरुवार (31 अगस्त) को मणिपुर के बिष्णुपुर और चुराचांदपुर जिलों में पिछले तीन दिनों में दो समुदायों के बीच लगातार हिंसक झड़पों में कम से कम पांच लोग की मौत हो चुकी हैं। जिसमें 18 घायल हो गए हैं।
अधिकारियों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक बिष्णुपुर जिले के खोइरेंटक की तलहटी और चुराचांदपुर जिले के चिंगफेई और खौसाबुंग इलाकों में दोनों समुदायों के बीच हिंसा जारी है। वही न्यूज़ एजेंसी पीटीआई (PTI) के हवाले से , अधिकारियों ने बताया कि मणिपुर में हिंसा मंगलवार (29 अगस्त) को एक बार फिर भड़की । जब खोइरेंटक इलाके में हुई फायरिंग के में 30 वर्षीय के एक ग्रामीण वालंटियर की मौत हो गई थी।
31 अगस्त को सुबह फिर भड़की हिंसा
मणिपुर से आधिकारिक रूप से मिली जानकारी के अनुसार बुधवार शाम से कुछ घंटों की शांति के बाद गुरुवार सुबह फिर अचानक दोनों गुटों के बीच फिर भड़की हिंसा । अधिकारियों ने जानकारी देते हुए कहा कि बुधवार की हिंसा में घायल एक व्यक्ति को मिजोरम से गुवाहाटी के अस्पताल ले जाते समय रास्ते में मौत हो गई थी। एक और घायल व्यक्ति की भी गुरुवार सुबह करीब नौ बजे चुराचांदपुर जिला अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई।
मणिपुर में आईटीएलएफ ने किया बंद का आह्वान किया है
आधिकारिक सूत्रों से मिली जानकारी में मंगलवार को बिष्णुपुर के नारायणसेना गांव के आसपास भड़की हिंसा में दो लोगों की मौत हो गई थी और छह लोग घायल हो गए थे। जिसके बाद इंडिजिनस ट्राइबल लीडर्स फोरम (आईटीएलएफ) ने हिंसा में मरने वालों की संख्या पांच होने पर चुराचांदपुर जिले में तुरंत आपातकालीन बंद का आह्वान किया है।
आईटीएलएफ ने अपना बयान जारी करते हुए कहा है कि पानी और चिकित्सा आपूर्ति सहित आवश्यक सेवाओं को बंद से छूट दी गई है। आईटीएलएफ ने साथ ही दावा किया कि पीड़ितों में गायक एलएस मंगबोई लुंगडिम (50) भी शामिल हैं, जिन्होंने 3 मई को मणिपुर में जातीय हिंसा भड़कने के बाद एक गीत तैयार किया था। आईटीएलएफ ने सरकार से लूटे गए हथियारों को सर्च करने का भी आग्रह किया है।
मणिपुर पुलिस का तलाशी अभियान जारी
मणिपुर पुलिस ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए कहा कि सुरक्षा बलों की तरफ से कांगपोकपी, थौबल, चुराचांदपुर और इंफाल-पश्चिम जिलों के सीमांत और संवेदनशील इलाकों में तलाशी अभियान चलाया गया। जिस दौरान पांच हथियार, 31 गोला-बारूद, 19 विस्फोटक, आईईडी सामग्री के तीन पैक बरामद किए गए हैं। मणिपुर पुलिस के द्वारा कई जिलों में 130 जगहों पर नाके बंदी भी की गई हैं। साथ ही नियमों का उल्लंघन करने पर 1,646 लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है।
मणिपुर में मैतेई और कुकी समुदाय के बीच तीन मई को भड़की थी हिंसा
आपको बता दें कि मणिपुर में अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने की मैतेई समुदाय की मांग के विरोध के चलते तीन मई को आदिवासी एकजुटता मार्च का आयोजन किया गया था। जिसके बाद मणिपुर में जातीय हिंसा भड़क गई थी। इस हिंसा में अब तक 160 से ज्यादा लोगों मारे जा चुके हैं।