देहरादून :
उत्तराखण्ड राज्य आंदोलनकारी मंच द्वारा प्रतिवर्ष की भांति प्रातः 11-30 बजे शहीद स्मारक में पृथक राज्य प्राप्ति हेतु खटीमा गोली काण्ड के शहीदों की बरसी पर उन्हें स्मरण कर श्रद्धा सुमन अर्पित कर श्रद्धांजलि सभा आयोजित की गईं।। आज श्रद्धांजलि सभा का संचालन पूरण सिंह लिंगवाल और अध्यक्षता वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी व पूर्व राज्य मंत्री विवेकानन्द खंडूड़ी द्वारा की गईं।
वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी रवीन्द्र जुगरान व जगमोहन सिंह नेगी ने कहा कि हम अपने शहीदों कोन्याय दिलाने हेतु लगातार प्रतिबद्ध हैं औऱ उनके सपनों के अनुरूप ही आगे बढ़कर राज्य के विकास के लिये हमेशा संघर्षरत रहेंगे एवं सर्वांगीण विकास हेतु प्रयासरत रहेंगे।
उनके साथ राज्य आंदोलनकारी मंच के प्रदेश प्रवक्ता व जिला अध्यक्ष प्रदीप कुकरेती , व सुलोचना भट्ट व पुष्पलता सिलमाणा ने कहा कि आज भी 30 वर्षों से खटीमा की टीस बार बार याद कर आंदोलन की यादें ताजा हो जाती हैं। अब शहीदों के अनुरूप सरकार सशक्त भू कानून व मूलनिवास लागू करें एवं स्थाई राजधानी गैरसैंण घोषित करें।
*जनकवि अतुल शर्मा* ने राज्य आंदोलन को याद करते हुये सबकी अपील पर जनगीत गाये जिसमें मुख्यतः यें सन्नाटा तोड़ के आ सारे बन्धन छोड़ के आ..
कोषाध्यक्ष *जयदीप सकलानी* ने नाराजगी प्रकट करते हुये कहा कि तमाम सरकारों की कमी व अधिकारियों की कमी के चलते क्षैतिज आरक्षण को पूरे 11-साल बीत गये जबकि अपनी सुविधाओं मेँ कभी कमी आई। अन्त मेँ उन्होंने चन्दन सिंह नेगी का एक जनगीत गय़ा बैठकों मेँ हल टंगे बल हमारे गांव मेँ ….
बैठक की अध्यक्षता करते हुये कहा कि इस प्रदेश के गठन के लियॆ हमने बहुत प्रताड़ना झेली हमारी मातृशक्ति का त्याग रहा खटीमा मसूरी औऱ मुजफ्फरनगर गोली काण्ड झेला औऱ शहीदों को अभी तक न्याय नहीं मिला।
आज श्रद्धांजलि देने वालों मेँ विवेकानन्द खंडूड़ी , जगमोहन सिंह नेगी , रवीन्द्र जुगरान , जनकवि डा॰ अतुल शर्मा , केशव उनियाल , रामलाल खंडूड़ी , प्रदीप कुकरेती , जयदीप सकलानी , संजय बलूनी , मोहन खत्री , एथलीट संघ के ललित जोशी , धर्मपाल सिंह रावत , गौरव खंडूड़ी , जबर सिंह पावेल , मोहन सिंह रावत , विनोद असवाल , प्रताप नगर से शिवराज सिंह रावत , चम्पावत से स्वरूप जोशी , वीर सिंह रावत , सुमन भण्डारी , सुरेश नेगी , सतेन्द्र नौगांई , कालसी से रघुवीर सिंह तोमर , विरेन्द्र गुसांई , अरुण थपलियाल काली , जगमोहन सिंह रावत , सुरेश कुमार , उपेन्द्र सेमवाल , यमकेश्वर से पूर्णानंद जोशी , राजेश पान्थरी , सुदेश सिंह , अनुराग भट्ट , चन्द्र किरण राणा , ध्यान पाल बिष्ट , मनोरथ ध्यानी , नरेन्द्र नौटियाल , राकेश थपलियाल , प्रभात डण्डरियाल , विजेन्द्र रावत , राकेश नौटियाल , कवयित्री रंजना शर्मा व रेखा शर्मा , पुष्पलता सिलमाणा , सुलोचना भट्ट , द्वारिका बिष्ट , राधा तिवारी , पुष्पा रावत , तारा पाण्डे , अरुणा थपलियाल , गुरदीप कौर , यशोदा रावत , सुलोचना गुसांई , राजेश्वरी रावत , लक्ष्मी बिष्ट , रामेश्वरी बिष्ट , शकुन्तला खन्त्वाल , आदि मौजूद रहे।