नई दिल्ली :
देश मे पहले चरण का मतदान 19 अप्रैल शुक्रवार को ख़त्म हो गया है। पहले चरण के मतदान केंद्रों में तैनात सभी चुनवा सरकारी अधिकारी और पुलिस कर्मी अपनी ड्यूटी खत्म होने के बाद अपने गंतव्य स्थान को प्रस्थान करने लगे।
इसी बीच एक घटना सहारनपुर के रेलवे स्टेशन से देखने को मिली जब चुनाव ड्यूटी समाप्त होने के बाद यूपी पुलिस के सिपाही देहरादून-नई दिल्ली शताब्दी एक्सप्रेस में सवार हो गए। डिब्बों में जगह होने के कारण वे खाली सीटों में जा बैठे । तभी कोच नंबर C-10 में सवार 50 सीट नम्बर के एक यात्री ने रेलवे की हेल्प लाइन में शिकायत करी जिसके बाद टीटी ने सभी पुलिस कर्मियों को 1550 रुपये का टिकट काटने को कहा नहीं तो अगले स्टेशन पर उतर जाने की हिदायत दी ।
चुनाव ड्यूटी से थके हुए किसी भी पुलिस कर्मी ने कुछ नहीं कहा और बाहर जाने लगे तभी वीडियो बनता देख दूसरे टीटी ने सभी को फिर से सीट में बैठ जाने को कहा। पर C-10 कोच के 50 नंबर सीट पर सवार व्यक्ति जो कि खुद को पीएमओ का कर्मचारी बता रहा था, सभी पुलिस कर्मियों को कोच से उतारने ने की जिद्द पर अड़ा था।
मामला तब शांत हुआ जब इस घटना का वीडियो बनता देखा रेलवे पुलिस के एक कर्मचारी ने युवक को समझाया कि पुलिस कर्मी देश का लोकसभा चुनाव की ड्यूटी कर लौट रहे हैं। युवक ने अपने बगल में खाली सीट पर किसी पुलिस कर्मी को नहीं बैठने दिया और तब जा कर मामला शांत हुआ।
पर सवाल यही उठता है कि पुलिस कर्मियों से ऐसा भेदभाव क्यों ?