देहरादून:
उत्तराखंड में क्रिकेट प्रतिभाओं की कमी नहीं है वहीं बीसीसीआई द्वारा उत्तराखंड को मान्यता मिले अभी 3 साल का वक्त ही हुआ है कि इन 3 सालों में कई सारे विवादों में क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड आ चुका है, और एक बार फिर से क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड के सचिव महिम वर्मा समेत सात पदाधिकारियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 120 यानी षड्यंत्र करने, जबरन पैसे मांगने, मारपीट करने, जान से मारने की धमकी देने समेत कई धाराओं में मामला दर्ज किया गया है।
देहरादून जिले के पुलिस कप्तान जन्मजेय खंडूड़ी के आदेश पर पुलिस ने सीएयू के सचिव माहिम वर्मा समेत सात पदाधिकारियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 120 बी यानी षडयंत्र करने, जबरन पैसे मांगने, मारपीट करने, जान से मारने की धमकी देने समेत कई धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है। इस मामले में वसंत विहार थाने में सीएयू के सचिव माहिम वर्मा मनीष झा, पीयूष रघुवंशी, नवनीत मिश्रा, सत्यम शर्मा, संजय गुसाईं, पारूल के खिलाफ केस दर्ज किया है। 20 जून की देर रात्रि मुकदमा दर्ज किया गया।गौरतलब है कि प्रतिभावान आर्य सेठी विजय हजारे और उत्तराखंड की टीम में सदस्य रहा है। उसके पिता रवि सेठी के मुताबिक माहिम ने उसे टीम में खिलाने के बदले में 10 लाख रुपये की रिश्वत मांगी। न देने पर उसे 29 मैच बाहर बिठाए रखा।उत्तराखंड क्रिकेट विवादों में चल रहा है। सीएयू पर गंभीर वित्तीय अनियमितताओं और खिलाडियों के हकों पर डाका डालने और पैसे लेकर टीम में शामिल करने का गंभीर आरोप हैं।