देहरादून:
देहरादून की कांग्रेस की “विजय सम्मान रैली” में बीजेपी की मोदी की रैली से ज्यादा जन सैलाब उमड़ा, प्रदेश कांग्रेस देहरादून से एक मैसेज देने में कामयाब हुई की रैली में जितना जन सैलाब मैदान के अंदर था उतना ही जन सैलाब मैदान के बाहर भी राहुल गांधी को सुनने आया था।
लेकिन यह बात भी सही है कि जहां बीजेपी की रैली देहरादून और हरिद्वार यानी दो जिलों की थी वही कांग्रेस ने पूरे प्रदेश से यानी 70 विधानसभाओं से अपने तमाम नेताओं कार्यकर्ताओं को एकजुट होकर देहरादून बुलाया यानी उत्तरकाशी से लेकर धारचूला और उधम सिंह नगर से लेकर चकराता तक के तमाम नेताओं को भीड़ जुटाने की जिम्मेदारी दी गई थी जिसके चलते कांग्रेस की रैली बीजेपी की मोदी की रैली से बड़ी रैली दिखाई दी कांग्रेस की एक रैली में खास बात जरूर दिखाई दी कि लगभग 10,000 से ज्यादा भी अकेले देहरादून जिले की विभिन्न विधानसभाओं से आई इसकी संभावना है।
उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में आयोजित रैली में न राहुल गांधी का फोकस बलिदान, बेरोजगार, महंगाई और पूंजीपतियों पर रहा। उन्होंने उत्तराखंड के भाजपा नेताओं पर निशाना नहीं साधा। बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आड़े हाथ लिया।
वहीं इस रैली में कांग्रेस पचास हजार से ज्यादा लोगों की भीड़ जुटने का दावा कर रही थी और गुरुवार को आयोजित इस रैली में अच्छी भीड़ भी दिखाई दी। अब देखना ये होगा कि इन चुनावों में उत्तराखंड की राजनीति किसी ओर करवट लेती है।
विजय सम्मान रैली से कांग्रेस के चुनावी अभियान का आगाज करने देहरादून पहुंचे राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर जमकर प्रहार किए।कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी गुरुवार को परेड ग्राउंड में एक बड़ी जनसभा को संबोधित करने देहरादून पहुंचे।
यहां उन्होंने जनरल बिपिन रावत को पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। उन्होंने जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और सेना के जवानों की मृत्यु पर शोक व्यक्त किया।बांग्लादेश निर्माण के युद्ध में भारत की पाकिस्तान पर ऐतिहासिक विजय की 50वीं वर्षगांठ पर आयोजित हुई इस रैली में पूर्व सैनिकों और शहीद सैनिकों के परिजनों को प्रियदर्शनी सैन्य सम्मान देकर सम्मानित किया गया।चाहे नोटबंदी हो या जीएसटी या कोरोना में सरकार के एक्शन… ये तीनों काम हिंदुस्तान के किसानों, छोटे कारोबारियों पर कुछ बड़े पूंजीपतियों के आक्रमण हैं।