मालदीव के पूर्व मंत्री अब्दुल्ला शाहिद ने राष्ट्रपति मुइज्जू के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा है कि मुइज्जू ने भारत के लिए जारी किए गए एक बयान में ‘हजारों भारतीय सैनिकों’ के होने का दावा किया है, जो उनके अनुसार झूठा है। शाहिद ने इसे सोशल मीडिया पर भी ट्वीट करके कहा कि इस तरह की झूठी संख्या को सरकार द्वारा नहीं बोलना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि मालदीव में कोई भी विदेशी सशस्त्र सैनिक तैनात नहीं है।
मालदीव के राष्ट्रपति मुइज्जू ने चुनावी अभियान के दौरान भारतीय सैनिकों को देश से बाहर करने की बात कही थी, लेकिन राष्ट्रपति बनने के बाद उन्होंने मालदीव से लगभग 80 भारतीय सैनिकों को वापस बुलाने का अनुरोध किया है। इसके बाद दिल्ली में हुए समझौते के बाद भारत ने मालदीव में विमानन प्लेटफार्मों पर तैनात सैनिकों की जगह तकनीकी कर्मचारियों नियुक्त करने का निर्णय लिया है।
मालदीव में भारतीय सैनिकों को हटाना मालदीव के राष्ट्रपति मुइज्जू की एक राजनीतिक चाल रही है। इस मुद्दे पर अब मालदीवयन डेमोक्रेटिक पार्टी के नवनिर्वाचित अध्यक्ष अबदुल्ला शाहिद अपने ही देश के राष्ट्रपति को घेरने में लगे हैं।
वर्तमान में मालदीव में डोर्नियर 228 समुद्री गश्ती विमान और दो एचएएल ध्रुव हेलीकॉप्टरों के साथ करीब 70 भारतीय सैनिक तैनात हैं। अबदुल्ला शाहिद ने अपने एक्स (X) पर एक पोस्ट किया और कहा, “सरकार को हमेशा देश की जनता के सामने सच लाना चाहिए।” यह घटना भारत और मालदीव के बीच राजनीतिक और सुरक्षा संबंधों के बीच गंभीर स्तर का मामला है।
100 days in, it's clear: President Muizzu's claims of 'thousands of Indian military personnel' were just another in a string of lies. The current administration's inability to provide specific numbers speaks volumes. There are no armed foreign soldiers stationed in the country.… pic.twitter.com/7q9baIJ6X6
— Abdulla Shahid (@abdulla_shahid) February 25, 2024