देहरादून:
राज्य में स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को अधिक सुलभ बनाने एवं मरीजों की मेडिकल हिस्ट्री का रिकॉड संरक्षित करने की दृष्टि से प्रत्येक व्यक्ति की डिजीटल हेल्थ आईडी बनाई जायेगी जिसकी शुरूआत राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण द्वारा की जा चुकी है। इसके साथ ही प्रदेश में आयुष्मान कार्ड बनाने की प्रक्रिया में तेजी लाने के निर्देश दिये गये हैं। चारधाम यात्रा के अंतर्गत केदारनाथ, तुंगनाथ, हेमकुंड साहिब, यमुनोत्री में पैदल यात्रा मार्गों पर यात्रियों की सुविधा के लिए पोर्टेबल आक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध रहेंगे।
चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ0 धन सिंह रावत ने आज राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण के सभागार में चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग की बैठक ली। जिसमें आयुमान कार्ड की बनाये जाने की अद्यतन स्थिति, राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य मिशन, अलट आयुष्मान योजना, एनएचएम के अंतर्गत संचालित विभिन्न योजनाओं तथा मेडिकल कॉलेजों में पैरामेडिकल एवं अन्य स्टॉफ के रिक्त पदों की समीक्षा की। डॉ0 रावत ने कहा कि राज्य में स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को अधिक सुलभ बनाने एवं मरीजों की मेडिकल हिस्ट्री का रिकॉड संरक्षित करने के उद्देश्य से प्रत्येक व्यक्ति की डिजीटल हेल्थ आईडी बनाई जायेगी जिसकी शुरूआत राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण द्वारा की जा चुकी है। राज्य में शत-प्रतिशत लोगों के आयुष्मान कार्ड बनाने की प्रक्रिया में तेजी लाने के निर्देश अधिकारियों को दिये। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि प्रदेश के जिन मेडिकल कॉलेजों में एमआरआई मशीन व जिला चिकित्सालयों में सीटी स्कैन एवं अल्ट्रासाउंड मशीने नहीं है वहां पर शीघ्र मशीनें उपलब्ध कराई जाय। उन्होंने बताया कि चार धाम यात्रा पर आने वाले तीर्थ यात्रियों की सुविधा के लिए पैदल यात्रा मार्गों पर प्रत्येक 500 मीटर की दूरी पर पोर्टेबल आक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था की गई है। बैठक में विभागीय मंत्री ने अधिकारियों को चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा से संबंधित लंबित पत्रावलियों का निस्तारण समय से करने को कहा। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि स्टेट कॉलेज ऑफ नर्सिंग देहरादून के छात्रावास, दून मेडिकल कॉलेज के भवनों तथा स्वास्थ्य विभाग के अन्य भवनों का निर्माण कार्य समय पर पूर्ण न करने वाली कार्यदायी संस्थाओं के विरूद्ध कार्यवाही की जाय।
बैठक में स्वास्थ्य सचिव राधिका झा, चैयरमैन राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण डी.के. कोटिया, मिशन निदेशक एनएचएम सोनिका, महानिदेशक स्वास्थ्य डॉ0 शैलजा भट्ट, कुलपति उत्तराखंड मेडिकल विश्वविद्यालय प्रो0 हेमचन्द्र, अपर सचिव स्वास्थ्य एवं सीईओ राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण अरूणेन्द्र सिंह चौहान, अपर निदेशक स्वास्थ्य शिक्षा एवं प्राचार्य दून मेडिकल कॉलेज डॉ0 आशुतोष सयाना सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।