दून विश्वविद्यालय में 1-2 मार्च को संस्थागत नेतृत्व पर राष्ट्रीय शिखर सम्मेलन: भारतीय शिक्षा एवं अनुसंधान को बढ़ावा देने पर होगा फोकस

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विद्याभारती उच्च शिक्षा संस्थान के सौजन्य से संस्थागत नेतृत्व पर दो दिवसीय राष्ट्रीय शिखर सम्मेलन दून विश्वविद्यालय, देहरादून, उत्तराखण्ड उच्च शिक्षा विभाग एवं उत्तराखण्ड विज्ञान व प्रौद्योगिकी परिषद् (यूकॉस्ट) के संयुक्त तत्वाधान में एक व दो मार्च को दून विश्वविद्यालय में आयोजित होगा। सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य पाश्चात्य ज्ञान केन्द्रित शिक्षण एवं अनुसंधान के अधिपत्य की जगह शैक्षणिक जगत में भारत केंद्रित शिक्षा एवं अनुसंधान को मुख्य धुरी के रूप में स्थापित करना है।

इस दो दिवसीय शिखर सम्मलेन में देश के प्रतिष्ठत शिक्षण संस्थानों जैसे आईआईटी, आईआईएम, आईआईएससी, केन्द्रीय विश्वविद्यालय, एनआईटी, आईआईआईटी, राज्य विश्वविद्यालय, राष्ट्रीय महत्व के शिक्षण संस्थानों के सस्था प्रमुख, कुलपति, निदेशक, वरिष्ठ आचार्य एवं प्राचार्य संस्थागत नेतृत्व के विभिन्न विषयों जैसे बहु-विषयक अनुसंधान, प्रत्याययन, राष्ट्रीय शिक्षा नीति क्रियान्वयन रणनीति, नवाचार एवं उद्यमिता विकास, अकादमी-उद्योग सहयोग, शिक्षण, अध्ययन एवं शोध में तकनीकी उद्योग, शोध पत्रिकाओं का प्रकाशन, संगोष्ठियों एवं कार्यशाला का आयोजन सहित परिसर में गुणवत्तायुक्त शैक्षणिक वातावरण के निर्माण आदि विषयों पर विमर्श करेंगे। अवगत हो कि इस दो दिवसीय शिखर सम्मेलन का शुभारंभ राज्य के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी एवं समापन समारोह के मुख्य अतिथि राज्यपाल ले.ज. (रि) श्री गुरुमीत सिंह होंगे। इसके साथ ही विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के अध्यक्ष प्रो० एम० जगदीश कुमार, नैक चैयरमैन प्रो० अनिल सहस्त्रबुद्धे, नैक निदेशक प्रो० जी० कन्नीवरन, एआईसीटी चैयरमैन प्रो० टी०जी० सीथाराम भी सम्मेलन को सम्बोधित करेंगे।

ज्ञात हो कि विद्याभारती वर्ष 1952 से देश में शिक्षा की दृष्टि से महत्वपूर्ण भूमिका का निवर्हन कर रही है। देश के लगभग सभी क्षेत्रों में विद्याभारती द्वारा संचालित शिक्षण संस्थान शिक्षा का प्रसार नई पीढी को समरस समाज के निर्माण की सीख व समझ विकसित करने के साथ ही सुसंस्कृत एवं सुसम्पन्न राष्ट्र के निर्माण के लिए पूर्ण प्रतिबंधता के साथ अनवरत रूप से कार्य कर रही है। विगत छः-सात वर्षों से विद्याभारती सध्य शिक्षा संस्थान देश के उच्च शिक्षण संस्थानों में भी सक्रिय रूप से कार्य कर रहा है। संस्थागत नेतृत्व का प्रथम शिखर सम्मेलन 2023 में देवी अहिल्याबाई होलकर विश्वविद्यालय, इंदौर में 2024 में लखनऊ विश्वविद्यालय में एवं वर्तमान शिखर सम्मेलन की यह तीसरी कड़ी इसी सन्दर्भ में दून विश्वविद्यालय में आयोजित की जा रही है, जो इस राज्य के प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय को उच्च शिक्षा के क्षेत्र में और अधिक सदृढ करेगा।

उत्तराखण्ड विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद इस आयोजन के मुख्य भागीदार के रूप में इस शिखर सम्मेलन के संस्थागत नेतृत्व के विकास हेतु महत्वपूर्ण कड़ी के रूप में कार्य कर रहा है। एक पूरा सत्र तकनीकी शौभपर आधारित है जो कि भविष्य में कृत्रिम बुद्धिमता (AI), साइबर सुरक्षा (Cyber Security), डेटा विज्ञान (Data Science) एवं मशीन लर्निंग (Machine Learning) पर आधारित होगा और यह राज्य की विज्ञान एवं तकनीकी के अनुसंधान का सकारात्मक वातावरण निर्मित करने में सहायक सिद्ध होगा।

इस अवसर पर दून विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. सुरेखा डंगवाल, यूकॉस्ट के महानिदेशक प्रो दुर्गेश पंत, विद्यामारती उच्च शिक्षा संस्थान से प्रो. शिवराज सिंह, डॉ० राजकुमारी महारी एवं विद्याभारती के पदाधिकारी और अनेक वरिष्ठ वैज्ञानिक उपस्थित रहे।

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