पिछले सोमवार, एक नकली विस्फोट की तस्वीर वायरल हुई । इस तस्वीर में एक जगह विस्फोट होता दिखाया गया था और यह जगह लग रही थी हूबहू पेंटागन जैसी। देखते ही देखते, यह ख़बर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई, और स्टॉक में गिरावट आने लगी।
रूसी राज्य-मीडिया आरटी ने जब इस तस्वीर को सोशल मीडिया पर अनजाने में साझा किया तो यह खबर आग की तरह फैलना शुरू हो गयी। इसे “ब्लूमबेगफीड” नामक एक सत्यापित ट्विटर अकाउंट द्वारा भी ट्वीट किया गया था जिसे अब निलंबित कर दिया गया है।
An apparently AI-generated image of a huge plume of black smoke next to a vaguely Pentagon-like building sparked a brief dip in stock markets Monday.
Here’s how it could have been worse. https://t.co/emvBs8u0hu
— The Washington Post (@washingtonpost) May 23, 2023
हालांकि मामला काफी हद तक संभल गया है। पर इससे कई सवाल उठते हैं!
जिस तरह हम देश-विदेश की घटनाक्रम की जानकारी के लिए सोशल-मीडिया पर निर्भर हो रहे हैं, जहां कोई भी, कभी भी और कुछ भी पोस्ट करता रहता है। यह आने वाले समय में कितना घातक हो सकता है, सोचनिय है। हालांकि कुछ हद तक कुछ गलत ना होने के अंदेशे से सोशल मीडिया पर रोक लगती रहती है , परन्तु आज के परिप्रेक्ष्य में जहाँ ऐ.आई की ताकत बढ़ रही है , यह पता लगाना की क्या नकली है? क्या सही है ? एक दम असंभव सा लगने लगा है। ऐसे में हमे सावधान रहने की जरूरत है।