देहरादून:
देहरादून को बद से बतर बनाने वाले नेता आज वोट बैंक के चक्कर मे देहरादून का हुलिया बिगाड़ ने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे है , देहरादून की सड़कों में बढ़ता अतिक्रमण हो या भूमाफियाओं का राज आज देहरादून घाटी एक कंक्रीट का जंगल बन गई है । नेताओ व अधिकारियों की चुप्पी कहे या अन देखी आज देहरादून की बरसाती नदियों को गंदगी का नाला बना डाला है तो शहर का ऐतिहासिक रेंजर्स मैदान संडे मार्केट के व्यपारियों के हवाले कर दिया गया जिससे में शहर में ट्रैफिक जाम की समस्या तो बनी रही तो मैदान का हाल खेलने लायक भी नहीं रहा और गंदगी अलग से ।
छै नम्बर पुलिया सड़क किनारे अतिक्रमण ?
दून के ऐतिहासिक मैदानों में से एक रेंजर्स मैदान को संडे बाजार की ‘गंद’ के हवाले करनेवाले और ‘बेचने’ वाले कोई और नहीं बल्कि उत्त्तराखण्ड के ही कर्णधार है।
कुछ समय पहले ही रेंजर मैदान जिला प्रशासन को मिल गया है, ऐसे में इससे खेल के हब के रूप में स्थापित करने की जगह यहां इस तरीके के व्यापारी खेल खेले जा रहे हैं जबकि सभी जानते हैं कि देहरादून में अब कोई ढंग का खेल का मैदान बचा ही नहीं है परेड मैदान को स्मार्ट सिटी के नाम पर स्वाहा किया गया तो आधे परेड ग्राउंड को खेल विभाग को सौंप दिया गया जिसमें खेल विभाग से संबंधित बच्चे खेल सकते हैं वही पवेलियन के हालात भी सभी जानते हैं ऐसे में देहरादून के दिल में बच्चों के लिए एक खेल मैदान की जरूरत थी जो और रेंजर मैदान पूरा करती है लेकिन वहां भी संडे बाजार लगाने का खेल खेला जा रहा है।