बीते शुक्रवार को दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने सड़क पर नमाज अदा करने वाले मुस्लिमों पर लात मारने की वारदात पर एआईएमआईएम के अध्यक्ष और हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कड़े तेवर दिखाते हुए घटना की निंदा की है। ओवैसी ने कहा कि इस हमले से सामाजिक सूचना में दरार पैदा हो सकती है और इसे नकारा जाना चाहिए। उन्होंने पुलिस अधिकारियों पर कठोर कार्रवाई करने की मांग की है।
दिल्ली पुलिस के अधिकारी ने सड़क पर नमाज अदा करने वाले मुस्लिमों पर लात मारने की घटना के बाद आईएमआईएम के अध्यक्ष और हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने आपत्ति जताई। ओवैसी ने कहा कि यह हमला गंभीर है और सामाजिक सूचना में दरार पैदा कर सकता है। उन्होंने पुलिस के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि…”जो पुलिस वाला नमाज़ियों को लात मार रहा था, उसे तो सस्पेंड कर दिया गया। लेकिन हम सब जानते हैं उसे इतनी हिम्मत इसी लिये आयी क्योंकि समाज के एक बड़े हिस्से में अब मुसलमानों के साथ ऐसा सुलूक करना गर्व की बात हो चुकी है। पुलिस वाले की गुलपोशी होगी, और शायद उसे भाजपा वाले अपना कैंडिडेट भी बना दें। जो लोग “सड़क अधिकार रक्षक” बन रहे हैं, वो ये बतायें कि गुड़गाँव में तो मुसलमान पुलिस परमिशन से एक ख़ाली प्लॉट में नमाज़ पढ़ते थे, संघियों को वो भी नहीं पचा।कई मज़हबी और ग़ैर-मज़हबी लोग सड़कों का सांस्कृतिक काम के लिए इस्तेमाल करते हैं, लेकिन नमाज़ से चिढ़ इसी लिये है क्योंकि इस्लाम के ख़िलाफ़ नफ़रत अब आम हो गई है।”
जो पुलिस वाला नमाज़ियों को लात मार रहा था, उसे तो सस्पेंड कर दिया गया। लेकिन हम सब जानते हैं उसे इतनी हिम्मत इसी लिये आयी क्योंकि समाज के एक बड़े हिस्से में अब मुसलमानों के साथ ऐसा सुलूक करना गर्व की बात हो चुकी है।
पुलिस वाले की गुलपोशी होगी, और शायद उसे भाजपा वाले अपना… pic.twitter.com/QH0aF1qe7b
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) March 9, 2024